ट्विटर के नये सीईओ पराग अग्रवाल को लेकर इन दिनों काफी चर्चा है। भारतीय मूल के अग्रवाल ने जैक डॉसी की जगह ली है। अग्रवाल की तरह कई अन्य विदेशी कंपनियों में भारतीय मूल के सीईओ अपनी धाक बनाए हुए हैं। वहीं उनकी सैलरी भी करोड़ों डॉलर में हैं। आज हम आपको भारतीय मूल के 6 सीईओ के बारे में बताएंगे।
पराग अग्रवाल: पराग की सालाना सैलरी 1 मिलियन डॉलर(7,50,54,500 रुपये) होगी। एक रिपोर्ट के मुताबिक सैलरी के अलावा उन्हें 12.5 लाख डॉलर यानी कि 93,89,12,500 रुपये के स्टॉक यूनिट मिलेंगे। स्टॉक का यह पैसा पराग अग्रवाल को 16 क्वार्टरली इनक्रिमेंट में मिलेंगे। बता दें कि 37 साल के पराग अग्रवाल कंपनी के एग्जिक्युटिव बोनस प्लान का हिस्सा होंगे।
अरविंद कृष्णा: 59 वर्षीय भारतीय मूल के अरविंद कृष्णा इंफॉर्मेशन टेक्नॉलजी (IT) सेक्टर में दुनिया की सबसे बड़ी कंपनियों में शामिल IBM(International Business Machines) के सीईओ हैं। अरविंद कृष्णा को IBM की तरफ से मिलने वाली सुविधआओं के अलावा 1.5 मिलियन डॉलर(11,24,23,500.00 रुपये) सालाना सैलरी है। इसके अलावा कंपनी के शेयर और अन्य बोनस भी शामिल हैं। जिसमें 13.8 मिलियन डॉलर का इंसेंटिव, 35प्रतिबंधित स्टॉक यूनिटऔर 652020-2022 परफॉर्मेंस शेयर यूनिट्स (PSU) शामिल हैं।
शांतनु नारायण: एडोब सिस्टम के CEO शांतनु नारायण साल 2019 में पद्मश्री सम्मान से नवाजे जा चुके हैं। हैदराबाद में जन्मे शांतनु नारायण 2007 से Adobe Inc. के सीईओ और चेयरमैन हैं। उन्होंने हैदराबाद स्थित उस्मानिया विश्वविद्यालय से स्नातक की डिग्री हासिल की। 58 वर्षीय शांतनु को 39.2 मिलियन डॉलर की सालाना सैलरी मिलती है।
निकेश अरोड़ा: पालो ऑल्टो नेटवर्क्स के सीईओ निकेश अरोड़ा उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद से हैं। 2018 से पालो ऑल्टो नेटवर्क्स के सीईओ हैं। निकेश भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, बीएचयू और बोस्टन कॉलेज, Northeastern University के पूर्व छात्र रह चुके हैं। 53 साल के निकेश की सैलरी की बात करें तो उन्हें 128 मिलियन डॉलर सालाना मिलते हैं।
सत्या नडेला: माइक्रोसॉफ्ट के कंप्यूटिंग प्लेटफॉर्म बनाने और चलाने का क्रेडिट सत्या नडेला को जाता है। नडेला हैदराबाद में जन्मे और 2014 में माइक्रोसॉफ्ट के सीईओ बने। वहीं जून 2021 में उन्हें माइक्रोसॉफ्ट का चेयरमैन बनाया गया। बता दें कि 54 साल के नडेला ने हैदराबाद से कंप्यूटर इंजीनियरिंग में ग्रेजूएशन की डिग्री हासिल की। वहीं उनकी सैलरी 43 मिलियन डॉलर है।
नडेला ने बेचे अपने आधे शेयर: बता दें कि फेडरल सिक्योरिटीज फाइलिंग से मिली जानकारी के मुताबिक सत्या नडेला ने व्यक्तिगत वित्तीय योजना और डाइवर्सिफिकेशन के लिए माइक्रोसॉफ्ट के लगभग आधे शेयर बेच दिया है। उन्होंने स्टॉक की अपनी हिस्सेदारी के लगभग 840,000 शेयर बेचे हैं।
सुंदर पिचाई: तमिलनाडु के मदुरै में जन्मे 49 वर्षीय पिचाई सुंदरराजन ने 2004 में Google के साथ अपने करियर शुरूआत की थी। उन्हें Alphabet का सीईओ बना दिया गया था। पिचाई भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, खड़गपुर और स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय, कैलिफोर्निया के पूर्व छात्र हैं। Google में, पिचाई ने कई परियोजनाओं में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और 2015 और 2020 के बीच उन्हें हर साल $1 बिलियन से अधिक का वेतन दिया गया।