Crude Oil Price Drop 2025: अंतरराष्ट्रीय बाजार में 2025 की शुरुआत से ही कच्चे तेल (Crude Oil) की कीमतों में लगातार गिरावट देखी जा रही है। इस साल अब तक कीमतों में करीब 20 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई है। ब्रेंट क्रूड की कीमत 58.90 डॉलर प्रति बैरल और अमेरिकी क्रूड की कीमत 55.80 डॉलर प्रति बैरल तक आ गई है।
तेल उत्पादक देशों के संगठन ओपेक (OPEC) द्वारा तेल उत्पादन बढ़ाने के फैसले ने अंतरराष्ट्रीय कीमतों को नीचे ला दिया है। इससे अब ये उम्मीद की जा रही है कि भारत में भी जल्द पेट्रोल और डीजल की कीमतों में कटौती हो सकती है।
सऊदी अरब ने जून में कच्चे तेल का उत्पादन बढ़ाकर 4,11,000 बैरल प्रति दिन करने का ऐलान किया है। यह फैसला ऐसे समय आया है जब मई में ओपेक+ देशों ने भी उत्पादन बढ़ाने का फैसला लिया था, जिससे सप्लाई अधिक और कीमतें कम होने लगी हैं।
देश में अप्रैल 2025 में डीजल की मांग में करीब 4की वृद्धि दर्ज की गई है। पेट्रोलियम मंत्रालय के मुताबिक, अप्रैल में डीजल की खपत 82.3 लाख टन रही, जो पिछले साल की तुलना में 5.3ज्यादा है। 2019 की तुलना में यह वृद्धि 10.45है।
गर्मियों के साथ-साथ ग्रामीण क्षेत्रों में सिंचाई और शहरी क्षेत्रों में एयर कंडीशनिंग की मांग के चलते डीजल की खपत में इजाफा हुआ है। अप्रैल में दर्ज हुई यह मांग अब तक की दूसरी सबसे ज्यादा खपत है।
हालांकि देश में पेट्रोल, सीएनजी और इलेक्ट्रिक वाहनों का इस्तेमाल बढ़ रहा है, फिर भी डीजल की हिस्सेदारी 38के आसपास बनी हुई है। डीजल देश की परिवहन और कृषि अर्थव्यवस्था की रीढ़ है।