इंदौर : झारखंड राज्य में स्थित जैन समाज के सर्वाधिक महत्वपूर्ण तीर्थ राज सम्मेद शिखरजी को झारखंड सरकार व केंद्र सरकार द्वारा पर्यटक स्थल घोषित किए जाने के निर्णय का संपूर्ण भारत वर्ष में समग्र जैन समाज द्वारा विरोध किया जा रहा हे. विश्व जैन संगठन के आव्हान पर देश भर में जैन समाज आंदोलित हे. आज देश भर में जगह जगह जुलूस निकाल कर विरोध प्रदर्शित किया गया.
विश्व जैन संगठन द्वारा सरकार के फैसले के विरोध में आज प्रात 10 बजे दिगंबर व श्वेतांबर जैन समाज के धर्मावलंबी बड़ी संख्या में राजवाड़ा पर एकत्रित हो कर मोन जुलूस के रूप में रीगल चौराहा गांधी प्रतिमा पर पहुंचे. जुलूस में महिलाए केशरिया वस्त्र व पुरुष श्वेत वस्त्र धारण कर शामिल हुए. "आस्था पर कुठाराघात, नहीं सहेगा जैन समाज ", "शिखरजी को पर्यटक स्थल घोषित करने का निर्णय वापस लो" जेसे नारो की तख्तियां हाथो में उठाए महिलाए व पुरुष चल रहे थे.
समाज के विभिन्न संगठन, सोशल ग्रुप व महिला संगठनो ने जुलूस में भाग लिया. विश्व जैन संगठन के प्रमुख जे के जैन, स्वप्निल जैन, अनिल बांझल, निर्मल पाटोदी के संयोजन में निकले जुलूस में प्रमुख रूप से भरत मोदी, नरेंद्र वेद, मनीष अजमेरा, नकुल पाटोदी, संजय पाटोदी, अशोक मांडलिक आदि उपस्थित थे. गांधी प्रतिमा पर पहुंचने के पश्चात जे के जैन ने ज्ञापन का वाचन किया.