इंदौर.
मेघालय में सोनम रघुवंशी की उसके पति राजा रघुवंशी की हत्या में मदद करने वाले तीन लोगों में से दो आरोपी अपने बयान से पलट गए हैं और मजिस्ट्रेट के सामने बयान देने से इनकार कर दिया है। शिलांग के एसपी हर्बर्ट पिनियाड खारकोंगोर ने बताया कि आकाश राजपूत और आनंद कुर्मी चुप रहे और गुरुवार को मजिस्ट्रेट के सामने पेश किए जाने पर कोई भी बयान देने से इनकार कर दिया। इससे पहले मेघालय पुलिस ने दावा किया था कि सभी आरोपियों ने अपराध कबूल कर लिया है।
शिलांग के एसपी ने बताया कि हमने पांचों आरोपियों में से केवल दो को मजिस्ट्रेट के पास भेजा। वे कोई बयान नहीं देना चाहते थे। हमारे पास उनके खिलाफ पर्याप्त सबूत हैं। हम फोरेंसिक जांच रिपोर्ट का भी इंतजार कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता (बीएनएसएस) की धारा 180 के तहत दर्ज किए गए बयान जांच और जिरह के दौरान अधिकारियों की सहायता करते हैं, लेकिन धारा 183 के तहत मजिस्ट्रेट के समक्ष दर्ज किए गए बयान ही न्यायालय में महत्वपूर्ण होते हैं।
इंदौर के चर्चित राजा रघुवंशी हत्याकांड में एक बार फिर नया मोड़ आ गया... खबरों के अनुसार, आज जब मेघालय पुलिस की विशेष जांच टीम यानी एसआईटी ने आरोपियों को मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया तो उन्होंने अपना अपराध स्वीकार करने से ही इनकार कर दिया...
आकाश और आनंद इस हत्याकांड में अपराधी होने से पलटे हैं... पहले इन दोनों ने पुलिस के सामने जुर्म कबूल किया था, लेकिन अब यह पलट गए... वहीं इस पलटी के बाद एसआईटी का कहना है कि हमारे पास भौतिक साक्ष्य जैसे हत्या में इस्तेमाल हुआ चाकू, खून से सने कपड़े, मोबाइल के टुकड़े, फिंगरप्रिंट्स जैसे पर्याप्त और स्वीकार्य सबूत हैं... वहीं बरामद हुई पिस्तौल और सोनम का लैपटॉप भी जांच में अहम सबूत साबित हो सकते हैं...
वहीं आरोपियों के पलटने के बाद सोनम के खिलाफ केस कमजोर होने की अटकलें लगना भी शुरू हो गई... हालांकि पुलिस का कहना है कि राज-सोनम के बीच हुई चैट व रिकॉर्डिंग भी हमारे पास सबूत के तौर पर है..!