यूक्रेन : रूसी बमबारी से ध्वस्त हुए मैरियूपोल के एक थियेटर के मलबे से तीसरे दिन भी 1100 से ज्यादा लोग नहीं निकाले जा सके हैं. थियेटर के बेसमेंट में 1300 लोगों ने शरण ली थी, इनमें से 130 को ही निकाला जा सका है. थियेटर ऊपर से पूरी तरह खंडहर में बदल चुका है. स्थानीय आपातकालीन सेवाओं से जुड़े लोगों के मुताबिक बुधवार को हुए इस हमले के तीन दिन बाद शनिवार तक जारी राहत और बचाव कार्य में बड़ी कामयाबी नहीं मिली है. थियेटर में ज्यादातर महिला और बच्चे छिपे थे.
जैसे-जैसे वक्त बीत रहा है, मलबे में लोगों के सुरक्षित बचने की उम्मीदें भी खत्म होती जा रही हैं. शनिवार को स्थानीय सांसद ने बताया कि रूस की तरफ से बार-बार बचाव दल पर हमला किया जा रहा है, जिससे और मुश्किल हो रही है. मैरियूपोल के मेयर वादयम बोइचेंको ने कहा, सिटी सेंटर को भी रूसी टैंक, हवाई हमलों और सैनिकों ने रौंद डाला है. शहर में जमीन का कोई ऐसा टुकड़ा नहीं, जहां रूसी हमले के निशान नहीं दिख रहे हों.
आज रूस-यूक्रेन युद्ध का 25वां दिन है. यूक्रेन के कई शहरों में लगातार लड़ाई जारी है. रूस ने यूक्रेन के शहर मारियुपोल को चारों तरफ से घेर रखा है और वहां लगातार लड़ाई जारी है. यूक्रेन की समाचार एजेंसी द कीव इंडिपेंडेंट ने दावा किया है कि दोनेत्सक सैन्य-नागरिक प्रशासन के प्रमुख पावलो किरिलेंको ने कहा कि हजारों मारियुपोल निवासी जो रूसी हमलों से बचने में कामयाब रहे कब्जे वाले मानहुशी और मेलेकिन में भूख से मर रहे हैं. रूसी सेनाओं ने उनको भोजन, पानी और सुरक्षित मार्ग प्रदान करने से इनकार कर दिया है. फोटो सोशल मीडिया