आम आदमी को एक और बड़ा झटका लगा है। सरकार ने नेचुरल गैस (Natural Gas) की कीमत में करीब 62 फीसदी की बढ़ोतरी का ऐलान कर दिया है। सरकार ने घरेलू नेचुरल गैस की कीमतों को अक्टूबर 2021 से मार्च 2022 तक के लिए बढ़ाकर 2.90 डॉलर प्रति मिलियन ब्रिटिश थर्मल यूनिट (mBtu) कर दिया है। वहीं गहरे समुद्र और अत्याधिक दबाव के साथ-साथ अत्याधिक तापमान जैसी जगहों से बेहद कठिनाई से निकाली जाने वाली नेचुरल गैस की कीमत को 6.13 प्रति मिलियन ब्रिटिश थर्मल यूनिट कर दिया है।
सरकार के इस फैसले से आम आदमी को काफी दिक्कत होने वाली है, क्योंकि नेचुरल गैस का इस्तेमाल बहुत सारी जगहों पर होता है। इसमें सबसे अहम ये है कि नेचुरल गैस से ही सीएनजी बनाई जाती है। यानी अगर सीएनजी बनाने का कच्चा माल नेचुरल गैस ही महंगी हो जाएगी तो सीएनजी के दाम बढ़ना लाजमी है। इसके अलावा नेचुरल गैस का इस्तेमाल फर्टिलाइजर और बिजली बनाने जैसे कामों में भी किया जाता है, तो उनकी कीमतों पर भी असर देखने को मिल सकता है।
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यह अधिकतम मूल्य है जो रिलायंस इंडस्ट्रीज लि. और उसकी भागीदार बीपी पीएलसी केजी-डी6 जैसे गहरे सागर में स्थित ब्लॉक से उत्पादित गैस के लिये प्राप्त करने की हकदार होगी। उद्योग से जुड़े सूत्रों के अनुसार गैस के दाम बढ़ने से दिल्ली और मुंबई जैसे शहरों में सीएनजी और पाइप के जरिये घरों में आपूर्ति होने वाली रसोई गैस की कीमत में 10-11 प्रतिशत की वृद्धि होगी।
मोदी सरकार के आदेश के अनुसार पब्लिक सेक्टर की ऑयल एंड नेचुरल गैस कॉरपोरेशन जैसी सभी कंपनियों को नामांकन आधार पर दिए क्षेत्रों से गैस निकालने पर कीमत बढ़ाई गई है। नई व्यवस्था 1 अक्टूबर से लागू होगी और अगले साल मार्च के महीने तक चलेगी।
पिछले ही महीने यानी अगस्त में सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी इंद्रप्रस्थ गैस लिमिटेड ने सीएनजी और पीएनजी की कीमतें बढ़ाई थीं। आईजीएल ने 29 अगस्त 2021 को सुबह 6 बजे से पूरे दिल्ली-एनसीआर में नई कीमतें लागू की थीं। उस समय दिल्ली में सीएनजी की कीमतों को बढ़ाकर 45.20 रुपये कर दिया था, जबकि पीएनजी के दाम 30.91 रुपये प्रति एससीएम (मानक घन मीटर) कर दिए गए थे।