सर्दी के मौसम में जोड़ों का दर्द अधिकांश लोगों को परेशान करता है, चाहे किसी भी उम्र के क्यों न हो। हालांकि यह क्यों होता है, इसके सटीक कारण के बारे में पता नहीं है लेकिन स्वास्थ्य विशेषज्ञों के मुताबिक सर्दी के मौसम में बॉडी की पहली प्राथमिकता अपने प्रमुख अंगों के अंदर के तापमान को संतुलित रखने के लिए होता है, इसलिए शरीर के अन्य अंगों में ब्लड सर्कुलेशन कम होने लगता है। ब्लड सर्कुलेशन कम होने के कारण है कि सर्दी में जोड़ों में दर्द की शिकायत ज्यादा होने लगती है।
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डॉक्टरों के मुताबिक कम तापमान पर मांसपेशियां टाइट होने लगती हैं जिसके कारण इनमें जकड़न और दर्द होने लगता है। सर्दी में जोड़ों में दर्द का दूसरा कारण यह है कि जैसे ही वायुमंडल का दबाव कम होने लगता है उसके कारण मसल्स और जोड़ों में दर्द होने लगता है। विटामिन डी की कमी भी इसकी एक वजह हो सकती है। अब सवाल यह है कि सर्दी में इस ज्वाइंट पेन से कैसे बचा जाए। आइये जानते हैं-
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सर्दी में पूरे शरीर को गर्म कपड़ें से ढकें ताकि अंदर से आप गर्म रहें। सर्दी में अक्सर लोग सुस्त और आलसी हो जाते हैं लेकिन जोड़ों के दर्द से बचने के लिए रोजाना व्यायाम जरूरी है। नियमित रूप से एक्सरसाइज करें ताकि आपके जोड़ों में दर्द न हो। सर्दी में लोग खान-पान में वृद्धि कर देते हैं और दिनचर्या भी सुस्त हो जाती है, इसलिए व्यक्ति का वजन बढ़ने लगता है। ज्वाइंट पेन से बचने के लिए वजन को नियंत्रित करना बहुत जरूरी है। कभी-कभी डिहाइड्रेशन के कारण भी थकान और ज्वाइंट पेन होता है। इसलिए सर्दी में भी पर्याप्त मात्रा में पानी पीना चाहिए।
सर्दी में संतुलित डाइट होना बहुत जरूरी है। डाइट में कैल्शियम और विटामिन डी के स्रोतों को जरूर शामिल करें। भोजन में शुगर, साल्ट, रिफाइंड कार्बोहाइड्रैट और प्रोसेस्ड फूड का सेवन बहुत कम कर दें। अगर आपको ज्यादा सर्दी लगती है तो खुद को गर्म रखने के लिए इलेक्ट्रिक हीटिंग पैड शरीर को गर्मी दिलाने के काम आ सकते हैं। गर्म पानी से नहाने से भी मसल्स को रिलेक्स मिलता है, लेकिन अगर कोई इंज्यूरी है या गंभीर मोच है तो गर्म चीजों का इस्तेमाल बिल्कुल मत करें, इसके लिए आइस पैक काफी हद तक राहत दिला सकता है।