नई दिल्ली. आधार कार्डधारकों के लिए कई अहम बदलाव 1 नवंबर से पूरे भारत में लागू होंगे. भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (UIDAI) की नई व्यवस्था के तहत अब लोग घर बैठे ही अपना नाम, एड्रेस, बर्थडे और मोबाइल नंबर जैसी ज़रूरी निजी जानकारी ऑनलाइन अपडेट कर सकेंगे. अभी तक कार्डधारकों को इस काम को जगह-जगह बनी दुकानों पर पैसे देकर करवाना पड़ता था. अब कार्ड होल्डर्स को किसी भी अपडेशन के लिए आधार नामांकन केंद्रों पर जाने की ज़रूरत नहीं होगी. नए बदलाव का उद्देश्य आधार सेवाओं को तेज़, सरल और ज़्यादा सुरक्षित बनाना है.
UIDAI की नई व्यवस्था के तहत कार्ड होल्डर्स को किसी भी अपडेशन के लिए अपनी पहचान के लिए जुड़े किसी सरकारी दस्तावेज का प्रयोग करना होगा. इसमें पैन कार्ड, पासपोर्ट, ड्राइविंग लाइसेंस, राशन कार्ड और जन्म प्रमाण पत्र जैसे आधिकारिक सरकारी दस्तावेज भी काम आ सकते हैं. इंटरलिंक वैरिफकेशन सिस्टम से आपका डाटा अपडेट भी होगा और सुरक्षित भी रहेगा. इसके अलावा इनरोलमेंट सेंटर्स पर फीस स्ट्रक्चर में भी बदलाव किया गया है. कार्ड होल्डर अपनी सुविधा के आधार पर ऑनलाइन और ऑफलाइन विकल्पों में से चयन कर सकते हैं.
नए नियमों के तहत सरकार ने 31 दिसंबर 2025 तक आधार को पैन से जोड़ना अनिवार्य कर दिया है. ऐसा न करने पर 1 जनवरी 2026 से पैन कार्ड इलवेलिड हो जाएगा. नए पैन आवेदकों के लिए अब आधार आइडेंटिफिकेशन जरूरी होगा. इसके अलावा केवाईसी की प्रक्रिया को भी आसान बनाया गया है. बैंक और फाइनांशियल इस्टीट्यूशन ओटीपी, वीडियो केवाईसी या आमने-सामने बैठाकर पहचान वेरिफिकेशन कर सकते हैं, जिससे यह प्रक्रिया तेज़, कागज़ रहित और अधिक सुरक्षित हो जाएगी.