नई दिल्ली :
बता दें कि तीन राज्यों में 10 राज्यसभा सीटों के सदस्य रिटायर होने जा रहे हैं। जिसकी वजह से इन सीटों पर चुनाव होने वाले हैं। आइए जानते हैं उन सदस्यों के नाम ,जिनका कार्यकाल जुलाई और अगस्त महने में समाप्त होने वाला है।
बंगाल में राज्यसभा की सात सीटों के लिए 24 जुलाई को चुनाव होगा। वोटों की गिनती उसी शाम होगी। केंद्रीय चुनाव आयोग ने मंगलवार को जारी दो अलग-अलग अधिसूचना में यह बात कही हैं। आयोग के मुताबिक छह राज्यसभा सदस्यों का कार्यकाल समाप्त होने के कारण उन सीटों के लिए चुनाव कराया जा रहा है।
दूसरी ओर, सातवीं सीट पर उपचुनाव हो रहा है क्योंकि तृणमूल के टिकट पर चुने गए लुइजिन्हो फलेरियो ने अपना कार्यकाल समाप्त होने से पहले इस्तीफा दे दिया था। यह बंगाल और भाजपा के इतिहास में पहला मौका है जब बंगाल विधानसभा से निर्वाचित होकर भाजपा का कोई सदस्य राज्यसभा पहुंचेगा।
बताते चलें कि 2017 के चुनावों में तृणमूल ने उन छह सीटों में से पांच पर जीत हासिल की थी। डेरेक ओ'ब्रायन, डोला सेन, सुखेंदुशेखर राय, शांता छेत्री और मानस भुइयां ने उन पांच सीटों पर जीत हासिल की। बाद में मानस ने इस्तीफा दे दिया था। उस सीट पर तृणमूल की सुष्मिता देव ने निर्वाचित हुई थीं। अब इन सभी के कार्यकाल समाप्त हो रहे हैं। वहीं, 2017 में जीते कांग्रेस के प्रदीप भट्टाचार्य का भी कार्यकाल भी खत्म हो रहा है।
संसदीय अंकगणित के नियमों के अनुसार तृणमूल के पांच और भाजपा के एक सदस्य का राज्यसभा पहुंचना लगभग तय है। सूत्रों के मुताबिक इस बात की पूरी संभावना है कि इस बार मतदान की स्थिति ही नहीं उत्पन्न हो क्योंकि भाजपा दूसरी सीट जीतने की कोशिश नहीं करेगी।
बंगाल के अलावा गुजरात की तीन और गोवा की एक राज्यसभा सीट पर भी 24 जुलाई को मतदान और मतगणना होगी। 2021 में गोवा के पूर्व मुख्यमंत्री फलेरियो ने तृणमूल की अर्पिता घोष के इस्तीफा देने के बाद निर्वाचित हुए थे। उनके इस्तीफा देने के कारण उस सीट पर उपचुनाव हो रहा है। विधायकों की संख्या की वजह से तृणमूल के सदस्य का निर्वाचन लगभग तय है।