मंदसौर :
इस पर पिता ने थाने में ही सनातन धर्म में महिला की मृत्यु पर अंतिम यात्रा में ओढ़ाया जाने वाला सफेद कपड़ा बेटी पर डाल दिया और माला पहनाकर कहा कि आज से हमारे लिए मर गई.
युवती कयामपुर की रहने वाली हैं और लगभग एक साल पहले मंदसौर के युवक से प्रेम विवाह कर लिया था. रविवार को हुए घटनाक्रम का वीडियो सोमवार को इंटरनेट मीडिया पर तेजी से वायरल हुआ. थाने में ही पूरा घटनाक्रम होने के कारण एसपी अनुराग सुजानिया ने नाहरगढ़ थाने के एएसआई सहित तीन पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया.
युवती एक साल पहले मंदसौर के संजीत नाका निवासी वर्ग विशेष के युवक के साथ चली गई थी. तब स्वजनों ने गुमशुदगी की रिपोर्ट नाहरगढ़ थाने में दर्ज कराई थी. इस दौरान युवती ने अपने प्रेमी के साथ शादी कर ली और उसके साथ रहने लगी. पुलिस ने युवती का पता लगाया और बयान लेने के लिए उसे थाने बुलाया था. रविवार को युवती के बयान हुए और इसी दौरान उसके स्वजन भी पहुंचे थे.
युवती के पिता ने बताया कि मेरी लड़की कॉलेज में पढ़ती थी. करीब डेढ़ साल पहले वह कॉलेज जाते वक्त बस स्टैंड से लापता हो गई. हमें पता नहीं चला कि वह कहां गई, किसके साथ गई या फिर उसका अपहरण हो गया. इसके बाद मैंने थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट लिखवाई. फिर करीब डेढ़ साल बाद वह अचानक थाने में अपने वकील के साथ पहुंची और दस्तावेज दिखाए. उसका फैसला न तो मुझे मंजूर है और न ही समाज को. मैंने अपनी बेटी को मरा मानते हुए उसको कफन पहनाकर अंतिम विदाई दे दी है.
रिपोर्ट के मुताबिक, मुस्लिम दोस्त से शादी के बाद लड़की मुंबई चली गई थी. नाहरगढ़ थाने में वह अपने वकील के साथ पहुंची. यहां उसने अपनी शादी के कागजात दिखाए. इसके बाद युवती के पिता को बुलवाया गया. पहले तो पिता ने बेटी से बंधन तोड़कर घर लौट आने की गुहार लगाई. जब बेटी नहीं मानी तो उन्होंने उसे कफन और माला पहनाकर रिश्ता हमेशा के लिए तोड़ लिया.