बलरामपुर. छत्तीसगढ़ के बलरामपुर जिले के ग्राम पंचायत चेरा में नवविवाहित महिला की हत्या उसके ही ससुराल वालों ने कर दी और उसका शव कुएं में फेंक दिया। इस मामले में पुलिस ने आरोपी पति, सास, ससुर एवं देवर को गिरफ्तार कर लिया है। महिला मोबाइल पर बात करती थी जिसके बाद चरित्र शंका बनीं और ससुर ने गड़ासा से मार कार उसे डाला। वहीं मृतिका के पिता ने ससुराल पक्ष पर बेटी को दहेज के लिए मार डालने का आरोप लगाया था।
मिली जानकारी के अनुसार, डिंडो चौकी क्षेत्र के अन्तर्गत चेरा निवासी पूजा यादव का शव बुधवार को घर के पास कुएं में पड़ा मिला था। झारखंड के लवालीकला गांव में एक साल पहले पूजा यादव का विवाह आशीष यादव के साथ हुआ था। ससुरालियों ने पूजा के पिता को फोन पर सूचना दी थी कि, वह किसी लड़के के साथ भाग गई है। पूजा के पिता राजेंद्र यादव ने अपने परिचित को पूजा के ससुराल भेजा था। जहां उसने कुएं में पूजा यादव का शव देखकर राजेंद्र यादव को सूचना दी थी।
झारखंड से बड़ी संख्या में मायके पक्ष के लोग पहुंच गए तो पूजा का पति आशीष यादव सहित पूरा परिवार घर छोड़कर भाग गया। जिसके बाद हंगामें की स्थिति उत्पन्न हो गई और पुलिस बल को तैनात करना पड़ा। शार्ट पीएम रिपोर्ट की मानें तो सिर में गहरी चोट के कारण पूजा यादव की मौत होने का उल्लेख किया गया था. जिसके बाद धारा 302, 201, 34 के तहत पति आशीष यादव, ससुर जयप्रकाश यादव, सास रीता यादव और नाबलिग देवर के खिलाफ हत्या का केस दर्ज कर चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है।
पुलिसिया पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि, पूजा यादव अक्सर फोन पर किसी से बात करती थी। जिसके कारण परिवाजनों को शक था कि, वह किसी दूसरे लड़के से बात करती है। 14 मई 2024 की रात 11 बजे जयप्रकाश यादव गांव के सरपंच के घर से बर्थडे पार्टी से लौट रहा था। उसने देखा कि, पूजा यादव घर से कुछ दूर कुएं के पास किसी से बात कर रही थी। जयप्रकाश यादव को शंका हुई कि वह किसी लड़के से बात कर रही है। इससे आक्रोशित होकर उसने पशुओं का चारा काटने वाले गड़ासा लाकर उसके सिर पर वार कर दिया। सिर में गहरी चोट के कारण उसकी मौत हो गई।
पूजा यादव की हत्या के बाद जयप्रकाश यादव ने पत्नी रीता यादव, बेटे आशीष एवं उसके नाबालिग भाई के साथ मिलकर पूजा यादव के शव को कुएं में डाल दिया। सुबह जब कुएं में उसका शव लोगों ने देख लिया तो उसने स्वयं डिंडो चौकी जाकर शव मिलने की सूचना दी थी। पुलिस ने तीन आरोपियों को कोर्ट में एवं नाबालिग को बाल न्यायालय में पेश किया। तीन आरोपियों को जेल एवं एक आरोपी को बाल सुधार गृह भेज दिया गया है।
इस पूरे मामले पर मृतिका के पिता ने दहेज प्रताड़ना का आरोप लगाया है। पिता ने शादी के समय पांच लाख नगद एवं दो लाख का सामान देने के बाद फरवरी में आशीष यादव के फोन-पे अकाउंट पर 55 हजार रुपये भेजने और एक मोबाइल खरीदकर देने की जानकारी दी है। हालांकि जांच में दहेज प्रताड़ना का एंगल नहीं मिला है और पुलिस ने इसे चरित्र शंका पर हत्या का मामला मानकर कार्रवाई की है।