स्मार्टफोन के सेफ्टी फीचर्स के मामले एपल और गूगल की जबरदस्त टक्कर रहती है. इस साल दोनों दिग्गज ब्रांड्स ने अपनी लेटेस्ट फोन सीरीज लॉन्च की है. सितंबर में एपल ने iPhone 15 सीरीज को लॉन्च किया, जबकि अक्टूबर में Google Pixel 8 सीरीज ने दस्तक दी. इन फोन में एक जबरदस्त फीचर मिलता है, जो आपकी जान बचाने के काम आता है. इसका नाम ‘कार क्रैश डिटेक्शन’ फीचर है. एपल ने इसे 2022 में आईफोन 14 सीरीज में पेश किया.
हालांकि, इसे सबसे पहले दुनिया के सामने लाने वाला गूगल है, जिसने 2019 में इस फीचर को Pixel 4 लॉन्च किया. शुरुआत में गूगल ने इस फीचर को चुनिंदा देशों में ही जारी किया. अब इसे भारत समेत ऑस्ट्रिया, बेल्जियम, पुर्तगाल और स्विट्जरलैंड में भी रिलीज कर दिया गया है. भारत में ये सेफ्टी फीचर केवल Pixel 4a, Pixel 6a, Pixel 7, Pixel 7 Pro, Pixel 7a, Pixel 8 और Pixel 8 Pro मॉडल्स में ही मिलेगा. गूगल का कार क्रैश डिटेक्शन फीचर 11 भाषाओं को सपोर्ट करता है.
कार क्रैश डिटेक्शन फीचर अभी हिंदी में नहीं आया है. यह फीचर फोन के मोशन सेंसर्स, लोकेशन और आसपास की साउंड को परख कर चेक करता है कि कहीं यूजर की कार क्रैश तो नहीं हुई है. इसे चलाने के लिए लोकेशन, फिजिकल एक्टिविटी और माइक्रोफोन की परमिशन देनी होती है. अगर आपके फोन क्रैश का पता लगाया तो ये आपकी तरफ से तुरंत इमरजेंसी सर्विस को कॉल करता है.
इसे एंड्रॉयड की इमरजेंसी लोकेशन सर्विस कहा जाता है. ये आपके साथ क्या हुआ है और आपकी लोकेशन जैसी डिटेल्स भी सेंड कर सकता है. हालांकि, गूगल ने चेतावनी दी कि सारे फोन सभी तरह के क्रैश का पता लगाने के काबिल नहीं हैं. अगर मोबाइल नेटवर्क कम है या पहले से कोई कॉल चल रही है तो इमरजेंसी सर्विस को कॉल करने में दिक्कत का सामना करना पड़ सकता है.