Pishach Yog 2025: वैदिक ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, नवग्रह एक निश्चित अवधि के बाद राशि परिवर्तन करते है जिसका असर देश-दुनिया में देखने को मिल जाता है। नवग्रह में से शनि को सबसे ज्यादा प्रभावशाली ग्रह माना जाता है, जो जातकों को उनके कर्मों के हिसाब से फल देते हैं। शनि जल्द ही मीन राशि में प्रवेश करने वाले हैं। जहां पर पहले से ही पापी ग्रह राहु विराजमान है। ऐसे में राहु-शनि की युति से विनाशकारी पिशाच योग का निर्माण हो रहा है। इस अशुभ योग के बनने से कुछ राशि के जातकों को संभलकर रहने की जरूरत है। आइए जानते हैं राहु-शनि की युति से बना पिशाच योग से किन को रहना होगा संभलकर….
वैदिक ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, शनि 29 मार्च को मीन राशि में प्रवेश कर जाएंगे। जहां पहले से ही राहु विराजमान है और 18 मई तक इस राशि में रहने वाले हैं और फिर राशि कुंभ राशि में प्रवेश कर जाएंगे। ऐसे में मार्च के अंत से लेकर मई तक कुछ राशियों को अधिक सावधान रहने की जरूरत है।
मीन राशि में के लग्न भाव में पिशाच राजयोग का निर्माण हो रहा है। ऐसे में इस राशि के जातकों के जीवन में कई तरह की मुश्किलें पैदा हो सकती है। जीवन में सुख-शांति की कमी देखने को मिलेगा। इसके साथ ही किसी कार्यक्षेत्र में अपने काम से ही मतलब रखें, क्योंकि दूसरे की बातों में आने या फिर किसी के बीच में पड़ने से आपको ही नुकसान हो सकता है। बिजनेस के क्षेत्र में भी आपको काफी लाभ मिल सकता है। धन संबंधी किसी भी प्रकार का निर्णय थोड़ा सोच-समझकर लें, क्योंकि इससे आपको काफी नुकसान हो सकता है। परिवार मामलों के कारण आप थोड़ा तनाव में रह सकते हैं।
इस राशि के अष्टम भाव में पिशाच योग का निर्माण हो रहा है। शनि के इस राशि में आते ही कंटक शनि की पनौती भी आरंभ हो रही है। ऐसे में इस राशि के जातकों को स्वास्थ्य का पूरा ध्यान रखने की जरूरत है। कोई पुरानी बीमारी फिर से पनप सकती है। इसके साथ ही बेकार के खर्चों से बचकर रहें, क्योंकि कर्ज में फंस सकते हैं। कोर्ट-कचहरी के मामलों में भी थोड़ी सी समस्याएं उत्पन्न हो सकती है। खर्चों में अप्रत्याशित बढ़ोतरी देखने को मिलने वाली है। कार्यक्षेत्र में भी थोड़ा सा उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकता है। लेकिन आप मेहनत करेंगे, तो अवश्य ही सफलता हासिल हो सकती है।
29 मार्च को जब शनि इस राशि में आएंगे, तो पंचम भाव में पिशाच योग का निर्माण होगा। ऐसे में इस राशि के जातकों को पेट के रोग के साथ कुछ बीमारियों का सामना करना पड़ सकता है। मानसिक तनाव के साथ-साथ आपकी बुद्धि भ्रमित हो सकती है। दोस्तों के साथ भी किसी बात को लेकर अनबन हो सकती है। पंचम भाव संतान का भाव भी होता है। ऐसे में संतान संबंधी समस्याएं हो सकती है। छात्रों को थोड़ा संभलकर रहने की जरूरत है।
कर्मफलदाता शनि एक निश्चित अवधि के बाद राशि परिवर्तन करते हैं। जल्द ही वह मीन राशि में प्रवेश करने वाले हैं, जिससे कुछ राशियों में चांदी के पाये के साथ प्रवेश करेंगे, जिससे इन तीन राशियों को खूब लाभ मिल सकता है। जानें किन के जीवन में खुशियां ही खुशियां आ सकती है।