Guru Varkri 2024: देवताओं के गुरु बृहस्पति को महत्वपूर्ण ग्रहों में से एक माना जाता है। वह एक निश्चित अवधि के बाद राशि परिवर्तन करते हैं। बता दें कि गुरु एक राशि में करीब एक साल तक रहते हैं। ऐसे में गुरु के राशि परिवर्तन का असर 12 राशियों के साथ-साथ देश दुनिया में काफी अधिक देखने को मिलता है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, गुरु इस समय शुक्र की राशि वृषभ राशि में विराजमान है और मई 2025 तक इसी राशि में रहने वाले हैं। लेकिन वह समय-समय में अस्त-उदय होने के साथ वक्री और मार्गी भी हो रहे हैं। बता दें कि अक्टूबर माह में यानी शारदीय नवरात्रि के दौरान वह वृषभ राशि में वक्री होने वाले हैं। गुरु के उल्टी चाल चलने से कुछ राशियों की मुश्किलें बढ़ सकती है। लेकिन कुछ ऐसी राशियां है जिनके जीवन में खुशियां ही खुशियां आ सकती है। आइए जानते हैं गुरु बृहस्पति के वृषभ राशि में वक्री होने से किन राशियों को मिलेगा लाभ…
द्रिक पंचांग के अनुसार, गुरु 9 अक्टूबर 2024 को सुबह 10 बजकर 1 मिनट पर वृषभ राशि में वक्री हो जाएंगे और अगले वर्ष 4 फरवरी 2025 की दोपहर 1 बजकर 46 मिनट में इसी अवस्था में रहेंगे और फिर मार्गी हो जाएंगे। 9 अक्टूबर को शारदीय नवरात्रि (Shardiya Navratri 2024) भी पड़ रही है।
इस राशि में गुरु छठे भाव में वक्री होने वाले हैं। ऐसे में इस राशि के जातकों को किस्मत का पूरा साथ मिल सकता है। आप लंबे समय से जिन चुनौतियां का सामना करन रहे थे। उनसे अब आपको छुटकारा मिल सकता है। इसके साथ ही आपके जीवन में कुछ खुशियों की दस्तक हो सकती है। आत्मविश्वास की वृद्धि होगी। किस्मत का पूरा साथ मिलने के कारण लंबे समय से रुके काम या फिर अटका हुआ पैसा वापस मिल सकता है। करियर के क्षेत्र में भी आपको खूब लाभ मिलने वाला है। आय के नए स्त्रोत खुल सकते हैं। इसके साथ ही धार्मिक यात्राओं पर जा सकते हैं। लेकिन स्वास्थ्य को लेकर थोड़ा सतर्क रहने की जरूरत है।
इस राशि में गुरु एकादश भाव में वक्री होंगे। ऐसे में इस राशि के जातकों को भी काफी लाभ मिलने वाला है। इस राशि में गुरु षष्ठ और नवम भाव के स्वामी है। भाग्य भाव का स्वामी होने के कारण किस्मत का पूरा साथ मिलेगा। ऐसे में आप अपनी कई महत्वाकांक्षाओं को पूरा करने में सफल हो सकते हैं। उच्च शिक्षा ग्रहण करने की इच्छा पूरी हो सकती है। लंबे समय से शिक्षा में आ रही बाधाएं समाप्त हो सकती है। देवगुरु आपको विभिन्न क्षेत्रों में सफलता हासिल करा सकते हैं। वरिष्ठ अधिकारियों से आपके अच्छे संबंध स्थापित होंगे। ऐसे में आपको करियर में काफी लाभ मिलने वाला है। व्यापार के सिलसिले में कई यात्राएं करनी पड़ सकती है। लेकिन इससे आपको लाभ मिलेगा। अध्यात्म की ओर आपका झुकाव अधिक होगा। हो सकता है कि इसमें आपका काफी पैसा खर्च होगा। इसके साथ धन लाभ मिलने के पूरे चांसेस नजर आ रहे हैं।
गुरु का वक्री होना वृश्चिक राशि के जातकों के लिए लाभकारी सिद्ध हो सकता है। इस राशि में गुरु नवम भाव में वक्री होंगे। इस राशि में गुरु सुख भाव यानी चतुर्थ भाव और व्यवसाय, साझेदारी के भाव सप्तम भाव के स्वामी है। ऐसे में इस राशि के जातकों के जीवन में भी अनुकूल प्रभाव पड़ सकता है। धर्म-कर्म के मामलों में से तेजी से वृद्धि होगी। लंबे समय से रुके काम पूरे हो सकते हैं। इसके साथ ही किसी भी प्रकार का फैसला जल्दबाजी में करने से बचना चाहिए। नौकरी और कारोबार में मनचाही सफलता के योग बन रहे हैं।