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सावधान : सूर्य ने कन्या राशि में जाते ही बनाया षडाष्टक योग, इन राशियों पर शनि की होगी टेढ़ी नजर, दुर्घटना और धन हानि के प्रबल योग

ज्योतिषी Published by: Pushplata Updated Fri, 27 Sep 2024 12:09 PM
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Shadashtak Yog: कर्मफल दाता शनि को सबसे धीमी गति से चलने वाला ग्रह माना जाता है। इसी के कारण इस ग्रह का असर हर राशि के जातकों के जीवन में लंबे समय तक रहता है। शनि इकलौता ऐसा ग्रह है जिसके पास साढ़े साती और ढैय्या का हक है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, शनि एक साल में करीब ढाई साल तक रहते हैं। ऐसे में इस ग्रह का किसी अन्य ग्रह के साथ युति या फिर दृष्टि पड़ती रहती है। ऐसे ही ग्रहों के राजा सूर्य के ऊपर शनि की दृष्टि पड़ रही है, जिससे षडाष्टक योग का निर्माण हो रहा है। दरअसल, इस समय सूर्य कन्या राशि में विराजमान है और शनि अपनी मूल त्रिकोण राशि कुंभ में रहकर टेढ़ी नजर इन पर डाल रहे हैं। ऐसे में कुछ राशि के जातकों के जीवन में कई मुश्किलें बढ़ सकती है। आइए जानते हैं षडाष्टक योग बनने से किन राशियों को मिलेगा बंपर लाभ…

ज्योतिष शास्त्र  के अनुसार, सूर्य कन्या राशि के लग्न भाव में और शनि छठे भाव में विराजमान है। ऐसे में वह सूर्य को टेढ़ी नजर से देख रहे हैं। ऐसे में कुछ राशियों की किस्मत पर बुरा असर लग सकता है। शनि से आप गिनेंगे, तो सूर्य मृत्यु स्थान पर है और सूर्य से गिनेंगे,तो शनि रोग स्थान में है। ऐसे में पिता-पुत्र के ऐसे स्थान में होने से कुछ राशियों के जीवन में कई परेशानी आ सकती है।

कर्क राशि (Kark Zodiac)

षडाष्टक योग कर्क राशि के जातकों के लिए बिल्कुल भी लाभकारी सिद्ध नहीं हो सकता है। इस राशि में ग्रहों के राजा सूर्य तीसरे भाव का स्वामी है और आपके चतुर्थ भाव में गोचर किया है। इसके साथ ही इस भाव में केतु भी विराजमान है और शनि आयु के घर में बैठे हैं। ऐसे में पिता को किसी स्वास्थ्य संबंधी समस्या का सामना करना पड़ सकता है।  ऐसे में आपका अधिक खर्च हो सकता है। हर काम में किसी न किसी प्रकार की अड़चन आ सकती है। कार्यस्थल में आप अपने लक्ष्य को पाने में सफल नहीं होंगे। इसके साथ ही आपको तनाव का सामना करना पड़ सकता है। सहकर्मियों से थोड़ा बचकर रहें, क्योंकि इससे आपको हानि का सामना करना पड़ सकता है। पैसे की बचत करने में असमर्थ नजर आ सकते हैं। 

कन्या राशि (Kanya Zodiac)

षडाष्टक योग इस राशि के जातकों के लिए थोड़ी सी मुश्किलें बढ़ा सकता है। इस राशि के लग्न भाव में केतु के साथ सूर्य विराजमान है। ऐसे में इस राशि के जातकों को अपने पिता के स्वास्थ्य को लेकर थोड़ा परेशान हो सकते हैं। पिता को हृदय संबंधी समस्याएं हो सकती है। इसके साथ ही शनि की दृष्टि आपकी यात्रा के लिए कष्टकारी हो सकता है। इस राशि के जातकों को वाहन या फिर यात्रा करते समय थोड़ी सावधानी बरतने की जरूरत है, क्योंकि दुर्घटना के योग बन रहे हैं। नौकरीपेशा लोगों के लिए ये अवधि ज्यादा अच्छी साबित नहीं होगी। इस राशि के जातकों को अचानक नौकरी से ट्रांसफर मिल सकता है। ऐसे में आप थोड़ा परेशान हो सकते हैं। व्यापारियों की बात करें, तो आपके प्रतिस्पर्धी आपके लिए थोड़ी सी परेशानी उत्पन्न कर सकते हैं। इसके साथ ही आर्थिक स्थिति पर थोड़ा सा बुरा असर पड़ सकता है। बचत भी नहीं कर पाएंगे।

Note- इस लेख में दी गई किसी भी जानकारी की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों जैसे ज्योतिषियों, पंचांग, मान्यताओं या फिर धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है। इसके सही और सिद्ध होने की प्रामाणिकता नहीं दे सकते हैं। 

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