ज्योतिष शास्त्र के अनुसार 2 जुलाई को बुध ग्रह मिथुन राशि में प्रवेश करने जा रहे हैं। इनके मिथुन राशि में प्रवेश करने से बुधादित्य योग का निर्माण हो रहा है, जो कि कई राशि वालों के लिए लाभकारी सिद्ध होगा।
ज्योतिषाचार्य के अनुसार बुध ग्रह मिथुन और कन्या राशि के स्वामी है। Vrishabh Rashi me Margi Budh 2022 अपने भ्रमण काल के दौरान जब बुध कन्या राशि में आता है तो उसे उच्च का कहा जाता है। जबकि मीन राशि में ये नीच के माने जाते हैं। कन्या राशि 16 से 20 अंश तक यह मूल त्रिकोण में माना जाता है।
बुध मिश्रित स्वभाव का ग्रह है। पापी ग्रह के साथ होने पर यह पापी हो जाता है। इसे हरा रंग का माना जाता है। किसी जातक का रंग जानने के लिए इसे श्याम वर्ण का माना जाता है। इसमें पृथ्वी तत्व की प्रधानता होती है। वाणी, बुद्धि, चर्म, वात, पित्त और कफ का विश्लेषण बुध ग्रह से किया जाता है। बुध प्रधान लोग अक्सर लेखक, कवि, गणितज्ञ, बैंकर, सीए, चित्रकार, प्रखर वार्ताकार और तर्क से सब को परास्त करने वाले होते हैं। बुध ग्रह के प्रभाव से लोगों को बैंकर, चार्टर्ड अकाउंटेंट, व्यवसायिक बनते देखा गया है। अच्छे व्यवसाय के लिए जातक की कुंडली में बुध का मजबूत होना आवश्यक है। बुध राशि के जातक बहुत अच्छे शिल्पकार भी होते हैं। इस ग्रह को वैश्य जाति का ग्रह कहते हैं। इससे प्रभावित जातकों का भाग्योदय 32 वर्ष पर होता है।
बुध गोचर से मिथुन राशि में बन रहा बुधादित्य योग सिंह राशि वालों के लिए लाभ दिलाने वाला होगा। आपको बता दें इन राशि की कुंडली में बुधादित्य योग 11वें स्थान पर बन रहा है। 11 वें भाव को इनकम और लाभ का स्थान माना जाता है। इसलिए गोचर के दौरान इस राशि के जातकों को आय में वृद्धि होने की संभावना है। इस दौरान आमदनी के नए स्तोत्र भी बनेंगे। इसी के साथ यदि आप व्यापारी हैं तो आपको नई डील करने मिल सकती है। इस समय आपको माणिक्य रत्न धारण करने से लाभ हो सकता है।
बुधादित्य योग इस राशि के दशम भाव में बनने से नौकरी और जॉब में सफलता मिल सकती है। इस गोचर काल में आपको मान-सम्मान के साथ—साथ नई नौकरी भी मिल सकती है। अगर आप नौकरीपेशा हैं तो प्रमोशन या इंक्रीमेंट के भी योग बनते दिख रहे हैं। व्यापारियों को लाभ होगा।
इन राशियों के लिए अच्छे दिन की शुरुआत मानी जा सकती है। क्योंकि आपकी कुंडली के दूसरे भाव में बनने से ये आपको आकस्मिक धनलाभ दिला सकता है। हो सकता है इस दौरान आपको अटका हुआ धन भी वापस मिल सकता है। पर इस दौरान आपको वाणी से जुड़े लोगों को लाभ होगा।
पंडित के अनुसार जिन जातकों की कुंडली में बुध आठवें, चौथे और बारहवें भाव में होता है। साथ ही साथ जिन्हें नीच के बुध हैं उन्हें विशेष सावधान रहने की जरूरत होती है। इसके अलावा धनु राशि में गोचर करने पर यह इस राशि के लिए शुभ रहेगा। बुध ग्रह कन्या राशि में उच्च के और मीन राशि में नीच के माने जाते हैं।