आमेट. बंदी छोड़ भक्ति मुक्ति ट्रस्ट बरवाला सतलोक आश्रम के संचालक जगतगुरु तत्त्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज ने कबीर साहेब की अमृत वाणी द्वारा बताया है कि :
कबीर जी ने समझाया है कि नम्रता पूर्वक बोलना चाहिए, अपने आपको बड़ा सिद्ध नहीं करना चाहिए. ऐसी भाषा बोलिए जिससे अन्य भी सुख महसूस करे और स्वयं को भी शांति रहे. कबीर परमेश्वर जी ने कहा है कि यदि आप शांत स्वभाव के हैं तो आपका कोई शत्रु नहीं है. अपने अभिमान को त्याग दें, सबसे नम्रता से बोलें. फिर सबको आपके प्रति दयाभाव हो जाएगा. संत रामपाल जी हमे साधना चेनल ओर अन्य चेनलो के माध्यम से हमे सत्य भक्ति रूपी साधना बता रहे है, जिससे आमजन के भाव में भी दया, करुणा जागृत हो रही है और वे लोग अपनी वाणी को मधुर व संयमित बना रहे है.ं उक्त जानकारी समाजसेवी श्री राजू भोई ने पालीवाल वाणी को दी.
● पालीवाल वाणी मीडिया नेटवर्क...✍️