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Amet news : भागवत कथा में प्रभु सेवा कभी निष्फल नही होती : पंडित कन्हैयालाल शर्मा

आमेट Published by: M. Ajnabee, Kishan paliwal Updated Sat, 11 May 2024 11:59 PM
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आमेट. नगर के महाकालेश्वर मंदिर नगर पालिका गार्डन में आयोजित सप्त दिवसीय भागवत कथा के छठे दिन कथा वाचक पंडित कन्हैयालाल शर्मा ने भागवत कथा को आगे बढाते हुए कथा में भगवान विष्णु के द्वारपाल को सन्नद कुमारो के श्राप से राक्षस के रूप में कश्यप ऋषि की पत्नी के गर्भ से हिरणाक्ष व हिरणकश्यप का जन्म हुआ हिरणाक्ष पृथ्वी को पाताल में ले गया. 

देवताओं की प्रार्थना से भगवान विष्णु ने वराह अवतार लेकर पृथ्वी को पुनः पाताल से लाकर यथास्थान स्थापित किया व हिरणाक्ष  का वध किया. हिरणाक्ष की मृत्यु का समाचार सुनकर उसके भाई हिरणकश्यप ने भगवान नारायण का वध करने का प्रण किया. तत्पश्चात ब्रह्मा जी की तपस्या कर उसने वरदान प्राप्त किया. उसकी पत्नी कयादू के गर्भ से प्रहलाद का जन्म हुआ जो नारायण का भक्त बन पिता का विरोध करता है. हिरण कश्यप ने प्रहलाद को करने के लिए कई उपाय किए अंत में भगवान विष्णु ने नरसिंहभगवान का अवतार लेकर हिरण कश्यप का वध किया. जो अपना कीमती समय देकर भगवान की सेवा करता है. वह बड़ा भाग्यशाली होता है. 

युधिष्ठिर के यज्ञ में भगवान कृष्ण ने भी झूठी पतले उठाकर सेवा के महत्व को बताया. श्री कृष्ण रुक्मणी के विवाह की कथा में बताया कि रुक्मणी से शिशुपाल विवाह करना चाहता था. परन्तु रुक्मणी ने श्री कृष्ण को पति मान कर पत्र लिखा इस पर भगवान श्री कृष्ण ने रुकमणी का अपहरण कर विवाह किया.

कथा के अंत में भागवत भगवान की सामूहिक आरती की जाती है एवं प्रसाद वितरण कर कथा का समापन किया जाता है, इस दौरान गंभीर सिंह, भगवत सिंह, पृथ्वीराज सेन, अनिल मेवाड़ा, गोपाल टेलर, रघुवीर सिंह, दीपक सिंह, सूरज सिंह, कैलाश शर्मा, जीतू राठौड, जगदीश प्रसाद, तिवारी रेणू शर्मा, देवेंद्र सिंह, रेखा मेवाड़ा, मंजू सेन, कल्पना, देवीलाल, जगदीश, ओम प्रकाश, मनोहरसिंह पंवार, हरिसिंह डुलावत, जबर सिंह सहित कॉलोनी एव नगर के कई महिला पुरुष कथा में सम्मिलित होकर भागवत कथा का आनंद प्राप्त कर रहे हैं.

M. Ajnabee. Kishan paliwal

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