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आमेट अपडेट : पुष्पेंद्र जांगिड़ बन गए हेल्पिंग हेड सोशल मीडिया पर राजसमंद ही नहीं पूरे राजस्थान में कर रहे हैं मदद मुश्किल दौर में

आमेट Published by: M. Ajnabee-Kishan Paliwal Updated Wed, 26 May 2021 01:37 PM
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आमेट. राजस्थान सहित भारत के कई राज्यों में कोरोना महामारी का पीक नहीं आया है फिर भी फिलहाल ऑक्सीजन और मेडिकल इक्किपमेट के साथ इंजेक्शन की कमी का काफी हद तक समाधान होता नजर आ रहा है, लेकिन डेढ़ महीने पहले इसको कोरोना महामारी की दूसरी लहर जैसे ही आई वैसे ही पूरे देश में से ऑक्सीजन और जीवन रक्षक दवाइयों की किल्लत होने लगी. इससे राजस्थान भी अछूता नहीं रहा, मरीजों को अस्पताल में जगह नहीं मिल पा रही थी, तो कहीं ऑक्सीजन सिलेंडर नहीं मिल पा रहें, वही रेमडेशिविर सहित अन्य जीव रक्षक इंजेक्शन की कालाबाजारी चौतरफा होने के कारण मरणासन्न लोगों को बचाने के लिए परिजनों को इधर-उधर धके खाने पड़ रहे थे, कहीं-कहीं तो लोगों को खून की कमी से दो-चार होना पड़ रहा था. कोई प्लाज्मा तो कहीं गरीब खाने तक को तरस रहे थे. हर तरफ भयावह मौत का मंजर था. लेकिन जमीन पर ज्यादातर लोगों को मदद नहीं मिल पा रही थी. और राजस्थान के कई शहर भी ऐसे ही समस्याओं का सामना कर रहे थे. बीमारी के डर से अनेक नेता और विधायक के फोन बंद आ रहे थे और जनता सोशल मीडिया पर मदद की गुहार लगा रही थी. इन्हीं सब खबरों को सोशल मीडिया पर देखकर राजस्थान युवा कांग्रेस कुंभलगढ़ विधानसभा महासचिव पुष्पेंद्र जांगिड़ को गहरा आघात लगा लोगों और परिजनों की बिलखती आंखों ने इनकी नींद उड़ा दी थी. ऐसे में उनके दिमाग लोगों की मदद करने का आईडिया क्रोध उठा. वैसे भी यूथ कांग्रेस राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीनिवास बीवी दिल्ली सहित पुरे भारत में लोगों तक ऑक्सीजन सहित जीवन रक्षक दवाइयां पहुंचा रहे थे. इन्हीं को अपना प्रेरणास्रोत मानते हुए पुष्पेंद्र जांगिड़ ने सोशल मीडिया और अन्य प्लेटफार्म और आने वाली मदद की कॉल को जवाब देना शुरू किया. जांगिड़ ने ठाना कि जो छूट गया उसे तो दोबारा नहीं ला सकते. लेकिन ऐसा ना हो कि जो हम सबके पास है वह भी खो दें और उस समय  बमुश्किल से इक्का-दुक्का लोग राजस्थान में सोशल मीडिया पर लोगों की मदद हेतु आगे आ रहे. लोगों को प्लाज्मा खून जीवन रक्षक दवाइयां और इंजेक्शन के साथ ऑक्सीजन सिलेंडर अस्पताल में ऑक्सीजन बेड और वेंटिलेटर दिलवाने में इन्होंने रात- दिन एक कर दिया. धीरे-धीरे सोशल मीडिया पर मदद के लिए लोग सीधे उन्हें टैंक कर राहत मांगने लगे. आज अगर कहीं राहत भरी खबर सुनाई दे रही तो ऐसे कई पुष्पेंद्र जांगिड़ कोरोना योद्वा बनकर लोगों की जान बचाने में आगे आए उन्हें दिल से सैल्यूट और उनके जैसे कई अनचाहे इस कार्य को अपना कर्तव्य समझकर कोरोना योद्वा बन कर मैदानी स्तर पर सेवा कार्य कर रहे है, उन्हें बारम्बार प्रणाम...।

● पालीवाल वाणी ब्यूरों-M. Ajnabee-Kishan Paliwal...✍️

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