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‘पहलगाम हमले से जुड़ी पूछताछ के लिए ले गई थी सेना’- परिवार का दावा, नदी में मिला कश्मीरी युवक का शव...
PALIWALWANI
Jammu And Kashmir News: जम्मू-कश्मीर के कुलगाम जिले में रविवार को एक 23 साल के एक युवक का शव पहाड़ी नाले में पाया गया। युवक की पहचान इम्तियाज अहमद माग्रे के तौर पर हुई है। परिवार का आरोप है कि सुरक्षा बल मृतक को पहलगाम हमले से जुड़ी पूछताछ के लिए ले गए थे। परिवार समेत कश्मीर में नेशनल कॉन्फ्रेंस और पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी के राजनीतिक नेताओं ने जांच की मांग की है। हालांकि, पुलिस का दावा है कि वह अधिकारियों को आतंकी ठिकाने तक ले जाते समय नदी में कूद गया था।
परिवार ने कहा कि माग्रे को कुछ दिन पहले सेना ने उठाया था और आरोप लगाया कि यह हिरासत में हत्या का मामला है। रविवार को स्वास्थ्य और शिक्षा मंत्री, एनसी की सकीना इटू ने माग्रे के परिवार से मुलाकात की और जांच की मांग की। सकीना इटू ने कहा, ‘यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि डर का माहौल बनाया गया है। मैं एलजी साहब से अनुरोध करना चाहती हूं इम्तियाज अहमद को उसके घर से ले जाया गया और उसका शव बरामद किया गया। इसकी न्यायिक जांच होनी चाहिए ताकि सच्चाई सामने आए।’ उन्होंने आगे कहा कि उसका परिवार भी शिविर में गया और उसे बताया गया कि उसे जल्द ही रिहा कर दिया जाएगा।
आम लोगों को बेवजह परेशान ना किया जाए – इटू
इटू ने कहा कि इम्तियाज एक गरीब आदमी था जो राज्य के बाहर मजदूरी करके 15 दिन पहले घाटी लौटा था। उन्होंने कहा, ‘एलजी साहब को कम से कम गृह विभाग को निर्देश देना चाहिए कि आम लोगों को बिना वजह परेशान न किया जाए।’ पहलगाम की घटना से हर कोई आहत है और हमारी आंखें नम हैं, लेकिन लोगों को परेशान करना, उन्हें गिरफ्तार करना या उन्हें प्रताड़ित करना सही नहीं है। यह दुर्भाग्यपूर्ण है। ऐसी घटनाएं भविष्य में नहीं होनी चाहिए।
महबूबा मुफ्ती ने क्या कहा?
पूर्व मुख्यमंत्री और पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने कहा, ‘कुलगाम में नदी से एक और शव बरामद हुआ है, जिससे गड़बड़ी के गंभीर आरोप लगे हैं। स्थानीय निवासियों का आरोप है कि इम्तियाज माग्रे को दो दिन पहले सेना ने उठाया था और अब रहस्यमय तरीके से उसका शव नदी में मिला है।’
पूर्व सीएम ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट कर लिखा, ‘पहलगाम में हाल ही में हुआ आतंकवादी हमला कश्मीर में शांति को पटरी से उतारने, पर्यटन को बाधित करने और पूरे देश में सांप्रदायिक सद्भाव को कमजोर करने का एक सुनियोजित प्रयास प्रतीत होता है। अगर हिंसा का एक भी कृत्य पूरे सिस्टम को हिला सकता है। मनमाने ढंग से गिरफ्तारियां, घरों को ध्वस्त करना और निर्दोष नागरिकों को निशाना बनाना तो अपराधियों ने पहले ही अपना उद्देश्य हासिल कर लिया है।’
पुलिस ने क्या बताया?
हालांकि, पुलिस ने दावा किया कि इम्तियाज माग्रे ने आतंकी ठिकाने के बारे में जानकारी होने की बात कबूल की थी और वहां पहुंचने के दौरान उसने भागने की कोशिश की थी। पुलिस ने कहा, ‘आज सुबह जब CASO शुरू किया गया, तो मृतक वीडियोग्राफ किए गए ड्रोन के जरिये कड़ी निगरानी में छिपने की जगह पर गया। नतीजतन, वह वेशॉ नाले में कूद गया और शायद नदी के रास्ते भागने की कोशिश की। यह भी पता चला है कि वह तंगमर्ग जंगल में सुरक्षा बलों द्वारा ध्वस्त किए गए आतंकवादी ठिकाने के बारे में पहले जानता था।’