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बैंक ऑफ बड़ौदा के ATM से जो 33 लाख रुपए गायब, कैश लोडिंग कर्मचारियों की भूमिका संदिग्ध

Paliwalwani
बैंक ऑफ बड़ौदा के ATM से जो 33 लाख रुपए गायब, कैश लोडिंग कर्मचारियों की भूमिका संदिग्ध
बैंक ऑफ बड़ौदा के ATM से जो 33 लाख रुपए गायब, कैश लोडिंग कर्मचारियों की भूमिका संदिग्ध

नालंदा : बिहार के नालंदा जिले के गढ़पर स्थित बैंक ऑफ बड़ौदा के एटीएम से जो 33 लाख रुपए गायब कर लिए गए थे, उसे पुलिस ने बरामद कर लिया है. पुलिस के मुताबिक, इस चोरी में एटीएम में कैश लोडिंग करनेवाले सीएमएस कर्मचारी शामिल थे.

बता दें कि शुक्रवार को पुलिस को सूचना मिली कि नालंदा के बिहार थाना क्षेत्र के कचहरी स्थित बैंक ऑफ बड़ौदा के एटीएम से कैश चुरा लिया गया है. मौके पर पहुंची पुलिस ने देखा कि एटीएम का कैश ट्रे निकाल कर चोर सारे पैसे ले गए थे. बैंक पदाधिकारियों ने बताया कि ATM में लगभग 35 लाख रुपए कैश थे. बैंक के मुताबिक, शुक्रवार को दिन के 2 बजे 17 लाख रुपए सीएमएस कर्मियों ने डाले थे और एटीएम ट्रे में पहले से 16 लाख रुपए मौजूद थे. इस तरह एटीएम में 33 लाख रुपये थे जिसे चोर उड़ा ले गए.

चोरी की इस वारदात की जांच के लिए डीएसपी सदर डॉ शिब्ली नोमानी के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया गया. टीम ने सीसीटीवी फुटेज और तकनीकी मदद के जरिए इस केस में कैश लोडिंग कर्मचारियों की भूमिका संदिग्ध पाई. शक के आधार पर कैश लोडिंग करने वाले सीएमएस कर्मियों से पूछताछ की गई. जल्द ही इन कर्मचारियों ने चोरी का राज उगल दिया. उनकी निशानदेही पर 12 घंटे के अंदर इस केस का उद्भेदन कर लिया गया.

एसपी अशोक मिश्रा के मुताबिक, कैश लोडिंग करने वाली सीएमएस कंपनी के संबंधित कर्मियों को मछली मार्केट स्थित बैंक ऑफ बड़ौदा शाखा से घटनास्थल वाले एटीएम में 17 लाख रुपए डालने के लिए मिले. पहले से तय योजना के मुताबिक, इन कर्मचारियों ने एटीएम का पासवर्ड राकेश कुमार और मोनू कुमार को दे दिया. फिर जब एटीएम में कैश लोड कर दिया गया तो उसके तुरंत बाद ये दोनों बदमाश मोटरसाइकिल से बिहार थाना क्षेत्र के कचहरी स्थित बैंक ऑफ बड़ौदा एटीएम पहुंचे. उन्होंने एटीएम का शटर बंद कर सबसे पहले अंदर लगे सीसीटीवी कैमरे का तार काट डाला. फिर पासवर्ड के बल पर एटीएम से कैश ट्रे बाहर निकाल लिया और उसमें रखे 31 लाख 78 हजार रुपए बैग में भरकर चंपत हो गए.

एसपी ने बताया कि एटीएम में कैश लोडिंग के लिए 6 डिजिट का पासवर्ड सीएमएस कर्मी को उपलब्ध कराया जाता है. कैश लोडिंग के लिए 2 कर्मचारी होते हैं. इन दोनों को 3-3 डिजिट बताई जाती है, ताकि चोरी की वारदात को अंजाम न दिया जा सके. इस मामले में सीएमएस कर्मी अमरजीत कुमार और दीपक कुमार को जब पासवर्ड के 3-3 डिजिट बताए गए, तो उन्होंने अपने-अपने पासवर्ड मोनू कुमार और राकेश कुमार को बता दिए. पुलिस ने गिरफ्तार अभियुक्तों के सोहसराय थाना क्षेत्र के मोगल कुआं स्थित घर से कैश, एटीएम लॉकवाला कवर, कटर, वारदात में इस्तेमाल की गई मोटरसाइकिल, हेलमेट सहित अन्य सामान बरामद कर लिया है.

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