महाराष्ट्र
शिवसेना के दोनों गुटों को मिला नया नाम : उद्धव के हाथ में मशाल
Paliwalwaniमहाराष्ट्र : चुनाव आयोग ने महाराष्ट्र में होने वाले आगामी उप-चुनाव के लिए शिवसेना उद्धव गुट को चुनाव चिह्न आवंटित कर दिया है। उद्धव गुट को चुनाव चिह्न के साथ पार्टी का नया नाम भी आवंटित किया गया है। उद्धव गुट की शिवसेना का नया नाम शिवसेना उद्धव बालासाहेब ठाकरे मिला है। वहीं, शिंदे गुट की शिवसेना को भी नया मिल गया है। इस गुट वाली पार्टी को चुनाव आयोग ने बालासाहेबची शिवसेना नाम आवंटित किया है।
आइये जानते हैं चुनाव आयोग ने दोनों गुटों को ये नाम और निशान क्यों दिया? उद्धव गुट को मशाल चुनाव चिह्न क्यों मिला? शिंदे गुट को कौन सा चुनाव चिह्न मिल सकता है? इससे पहले कब चुनाव आयोग ने किसी पार्टी का नाम और चुनाव चिह्न को लेकर इस तरह का फैसला लिया?
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आयोग ने शिवसेना नाम और तीर-कमान निशान फ्रीज किए
चुनाव आयोग ने अंधेरी पूर्व उपचुनाव में शिवेसना के नाम और चुनाव चिह्न के इस्तेमाल पर अंतरिम रोक लगा दी थी। आयोग ने चुनाव चिह्न के लिए दोनों गुटों को सोमवार तक का समय दिया था।
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उद्धव गुट को मशाल चुनाव चिह्न
उद्धव गुट को कांग्रेस, एनसीपी का भी समर्थन मिला है। उद्धव ठाकरे के हटने और शिंदे के मुख्यमंत्री बनने के बाद ये पहला चुनाव है। ऐसे में दोनों गुटों के लिए ये चुनाव किसी अग्नि परीक्षा से कम नहीं है।
चुनाव आयोग ने दोनों गुटों से कहा कि वे उपचुनावों के लिए अधिसूचित फ्री सिंबल की लिस्ट से अलग-अलग चुनाव चिह्न चुनें और दस तारीख तक बता दें। इसके बाद उद्धव गुट ने त्रिशूल, उगता सूरज और मशाल चुनाव चिह्न विकल्प के रूप में दिए थे। इनमें से उद्धव गुट को मशाल चुनाव चिह्न मिल गया।
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चुनाव निशान शिंदे गुट को नहीं मिले
शिंदे गुट को 11 अक्टूबर सुबह 10 बजे तक अपनी पसंद के तीन नए चुनाव चिह्न बताने होंगे। उसी आधार पर आगे फैसला होगा।