इंदौर
इंदौरी बिल्डरों की उड़ी नींद, एक दर्जन से ज्यादा बड़े अवैध निर्माण चिह्नित
Paliwalwaniएबी रोड, योजना 54, विजय नगर, साकेत से लेकर योजना 140 सहित खंडवा रोड, कनाडिय़ा, भिचौली के कई बड़े व चर्चित प्रोजेक्ट में हुए अवैध निर्माणों को निगम ने थमा रखे हैं नोटिस
इंदौर,(राजेश ज्वेल...) सालों बाद इंदौर (Indore) में किसी चर्चित और बड़ी बिल्डिंग (big building) को तोड़ा गया। एबी रोड (AB Road) पर बाहेती-पंजवानी व अन्य पार्टनरों द्वारा निर्मित किए गए मॉल पर जिस तरह से निगम ने कार्रवाई की, उससे शहरभर के बिल्डर (Builder) दहशत में आ गए और उनकी नींद उड़ गई है। एक दर्जन से ज्यादा ऐसे बड़े अवैध निर्माण निगम ने चिह्नित कर रखे हैं, जिनमें से कुछ को पिछले दिनों सील भी किया गया और नोटिस भी थमाए हैं। कुछ ने कोर्ट-कचहरी भी शुरू कर दी, मगर निगम का कहना है कि अवैध निर्माण अंतत: टूटेंगे ही। एबी रोड, योजना क्र. 140, योजना क्र. 54 विजय नगर से लेकर साकेत, कनाडिय़ा, खंडवा रोड सहित शहर के अन्य क्षेत्रों की बिल्डिंगों को निगम ने तोडफ़ोड़ के लिए चिह्नित कर रखा है और इन बिल्डिंगों को कार्यपूर्णता व अधिभोग प्रमाण-पत्र भी जारी नहीं किए जा रहे हैं।
भूमाफियाओं पर कलेक्टर मनीष सिंह (Collector Manish Singh) ने जहां शिकंजा कसा, वहीं अब बिल्डरों की बारी आई है, जिसकी शुरुआत एबी रोड स्थित पंजवानी के मॉल से की गई। पिछले दिनों निगमायुक्त प्रतिभा पाल ने एक दर्जन से ज्यादा ऐसे बड़े अवैध निर्माणों को चिह्नित कर सील करने, नोटिस देने और खुलने वाले शोरूमों का काम रुकवाया भी। योजना 140 में राधिका देवकॉन के करतर बलभानी द्वारा भी एक ऐसी बिल्डिंग बनाई जा रही है तो मूसाखेड़ी क्षेत्र में प्लिफटॉन, वहीं एबी रोड पर पार्कलेन, हेड क्वार्ट्स के साथ ही उसकी एक अन्य बिल्डिंग योजना 54 के भूखंड 128, 129 पर मुकेश अग्रवाल व अन्य द्वारा निर्मित ट्विन टॉवर, मैरिएट के सामने स्थित द इम्प्रेस, जहां कोचिंग क्लास का संचालन किया जा रहा है, के अलावा खंडवा रोड स्थित टाइम्स स्क्वेयर, सूर्या होटल के पास स्थित बिल्डिंग, डोलसी एंड सिमरन सहित अन्य निर्माण चिह्नित किए गए हैं।
ट्विन टॉवर से लें सबक, वैध निर्माण ही करें : प्रतिभा पाल
सुप्रीम कोर्ट ने पिछले दिनों नोएडा के दो विशाल ट्विन टॉवर जमींदोज करवाए, उससे इंदौर के भी बिल्डर सबक लें। निगमायुक्त प्रतिभा पाल का स्पष्ट कहना है कि स्वच्छता की तरह वैध निर्माणों के मामले में भी इंदौर अव्वल रहे। यहां पर कई कम्पनियां आ रही हैं। उनके साथ भविष्य में धोखा न हो, इसलिए अभी से निगम इस तरह के अवैध निर्माणों को चिह्नित कर कार्रवाई कर रहा है।