दिल्ली

RSS की तीन दिवसीय बैठक 5 जून से. कोरोना के संभावित तीसरी लहर और चुनावों पर चर्चा संभव...

Anil Bagora-Auysh Paliwal
RSS की तीन दिवसीय बैठक 5 जून से. कोरोना के संभावित तीसरी लहर और चुनावों पर चर्चा संभव...
RSS की तीन दिवसीय बैठक 5 जून से. कोरोना के संभावित तीसरी लहर और चुनावों पर चर्चा संभव...

दिल्ली. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) एवं विभिन्न समविचारी संगठनों की तीन दिवसीय अखिल भारतीय समन्वय बैठक आगामी 5 से 7 जनवरी तक अहमदाबाद के उवारसद स्थित कर्णावती डेंटल कॉलेज में आयोजित होगी. बैठक में आरएसएस के सरसंघचालक मोहन भागवत पूरे समय मौजूद रहेंगे. वे शनिवार को अहमदाबाद पहुंचेंगे. आरएसएस के गुजरात प्रांत के प्रचार प्रमुख विजय ठाकर ने यहां संवाददाता सम्मेलन में यह जानकारी दी. ठाकर ने बताया कि आरएसएस एवं विभिन्न समविचारी संगठनों के अखिल भारतीय स्तर के कार्यकर्ताओं की बैठक वर्ष में दो बार आयोजित की जाती है. इसी क्रम में पहली बैठक अहमदाबाद के उवारसद स्थित कर्णावती डेंटल कॉलेज में 5 से 7 जनवरी तक आयोजित होगी. बैठक में विविध क्षेत्रों में कार्यरत समविचारी संगठनों के अखिल भारतीय स्तर के 1-2 पदाधिकारी भी उपस्थित रहकर संगठनात्मक विभिन्न विषयों पर चर्चा करेंगे. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की तीन दिवसीय बैठक का आयोजन 5 जून से करेगा. कोरोना की तीसरी संभावित लहर को देखते हुए और उसकी तैयारियों को लेकर एक रोडमैप तैयार होने की संभावना हैं. कोरोना की तीसरी लहर से निपटने के लिए कितना तैयार हैं. केंद्र की बीजेपी सरकार के सात साल पूरे हुए है और कोरोना से निपटने के केंद्र सरकार के प्रयासों की आलोचना हो रही है. ऐसे में आरएसएस की बैठक कई मामलों में अहम हो जाती हैं, देखा जाए तो बीजेपी आरएसएस की राजनैतिक इकाई है.आगामी वर्ष 2022 में देश भाजपा शासित राज्य गोवा, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड और मणिपुर में विधानसभा चुनाव होने हैं. ऐसे में कोरोना प्रबंधन में बीजेपी की आलोचना का असर चुनाव में पड़ सकता है. इसके प्रभाव को लेकर भी आरएसएस की बैठक में चर्चा की जाएगी. हालांकि पिछली बैठकों को महामारी के कारण स्थगित कर दिया गया था. बैठक में बंगाल चुनाव के बाद हिंसा, देश की अर्थव्यवस्था रोजगार और कोरोना महामारी जैसे मुद्दों पर भी चर्चा सकती है. गौरतलब है कि संघ खुद को चुनावी राजनीति से दूर रखता है. लेकिन सरकार के साथ अपनी बैठकों के जरिये वह सरकार को जमीनी भावनाओं से रूबरू भी कराता है. अटकलें हैं कि संघ यूपी चुनाव को लेकर भी चिंतित है, इसके लिए आरएसएस के वरिष्ठ पदाधिकारी यूपी के बीजेपी नेताओं के साथ बैठक भी कर चुके हैं.

● पालीवाल वाणी मीडिया नेटवर्क-Anil Bagora-Auysh Paliwal...✍️

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