उज्जैन : (सुनील पालीवाल...) चाइनीस मांझे ने बीते दिन एक युवती की दर्दनाक तरीके से मौत हो गई थी. प्रदेश के मृख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह ने शोक जताया था. लेकिन अब पुलिस प्रशासन कार्यवाही कर लकीर पीटने का काम कर रहा है. पुलिस प्रशासन ने मकर संक्रांति के पहले ही चायना मांझे की खरीदी, बिक्री के साथ ही निर्माण पर भी पूरी तरह से प्रतिबंध लगाया था लेकिन इसके बाद भी शहर के कतिपय पतंग व्यापारियों द्वारा पुलिस की आंखों में धूल झोंकते हुए चायना मांझे को जमकर बेचा गया, जिसका नतीजा यहा हुआ कि एक युवती की मांझे ने जान ले ली. प्रशासन तमाम दावे करे, लेकिन जिसकी बेटी की मौत हो गई उसे वापस नहीं लाया जा सकता हैं. अगर वास्तव में पुलिस प्रशासन चाहे तो कुछ भी नहीं बिक सकता. लेकिन पुलिस के संरक्षण में सब जायज है. चाहे फिर किसी की बेटी की मौत ही क्यों ना हो जाए. इन्हें कुछ फर्क नहीं पड़ता. मुख्यमंत्री केवल संवेदनाएं व्यक्त कर सकते है. ना कि पूरे प्रदेश में चाइनीस मांझा पर प्रतिबंध लगा सकते हैं. इस चाइनीस मांझे से ना जाने कितने पक्षीयों की दर्दनाक मौत हो जाती है, शायद संवेदनाएं व्यक्त करने वाले ना जाने पर एक राहगीर उनकी संवेदनाएं जानता है, तभी तो शासन और प्रशासन से बार-बार मांग करता है कि चाइनीस मांझे पर पूरी तरहा रोक लगाई जाएं. लेकिन फर्क किसी भी नहीं पड़ता...!
उज्जैन : चाइना डोर से शनिवार को एक युवती की मौत के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ऐसे मांझे बेचने वालों पर कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए थे, तब जिला प्रशासन जागा है. आज प्रशासन ने चाइना डोर बेचने वाले लोगों की सूची बनाकर कार्रवाई शुरू की हैृ और एक मकान को जेसीबी से गिरा दिया है. अन्य पर कार्रवाई होने वाली है. गौरतलब है कि चायना डोर से छात्रा नेहा आंजना की शनिवार को मौत हो गई थी. मकर संक्रांति के मौके पर होने वाली पतंगबाजी के लिए अच्छे मांझे की मांग रहती है और चाइना मांझा काफी मजबूत होता है. वह आसानी से नहीं टूटता है. इस कारण पतंग विक्रेताओं द्वारा इसे बड़ी मात्रा में मंगाया जाता है और मकर संक्रांति पर इसकी खूब बिक्री होती है, जबकि यह मांझा प्रतिबंधित भी है. इसी मांझे से नेहा आंजना की मौत के बाद साीएम शिवराज सिंह चौहान ट्वीट नाराजगी जताई थी और जिला प्रशासन से सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए थे.
सीएसपी पल्लवी शुक्ला ने बताया कि अब्दुल वहाब के मकान के अवैध हिस्से को तोड़ा जा रहा है. यह कार्रवाई नगर निगम के माध्यम से की जा रही है. शुक्ला के मुताबिक अब तक जहां-जहां चायना डोर पकड़ाई, वहां-वहां कार्रवाई की जा रही है. यह भी देखा जा रहा है कि वहां अवैध निर्माण है या नहीं. इसके बाद जयसिंहपुरा क्षेत्र के एक और पतंग विक्रेता का अवैध निर्माण तोड़ने की कार्रवाई हो सकती है. इसके अलावा चार अन्य पतंग विक्रेता भी प्रशासन और पुलिस के निशाने पर हैं.
बता दें कि मकर संक्रांति के दिन ही उज्जैन के मक्सी रोड ब्रिज पर एक युवती की जान चायना मांझे से गला कटने के कारण हो गई थी. युवती की मौत अस्पताल ले जाने के पहले ही हो गई थी.