हेडिंग्ले. इंग्लैंड ने पहले टेस्ट मैच में भारतीय टीम को 5 विकेट से हरा दिया है. इस मैच में दोनों टीमों के बल्लेबाजों ने कुल मिलाकर 7 शतक और तीन अर्धशतक लगाए और मैच में कुल 1,673 रन बने. यह शुभमन गिल की कप्तानी में भारत पहला टेस्ट मैच खेल रही थी, लेकिन वो पहली परीक्षा में फेल साबित हुए हैं. आखिर वो कौन से 3 सबसे बड़े कारण रहे, जो लीड्स टेस्ट में टीम इंडिया पर भारी पड़े.
इंग्लैंड ने हेडिंग्ले में हुए एंडरसन-तेंदुलकर सीरीज के पहले मुकाबले में भारत को 5 विकेट से हरा दिया और सीरीज में 1-0 की बढ़त बनाई. मुकाबले के आखिरी दिन बेन डकेट ने इंग्लैंड के लिए 149 रनों की पारी खेली और इंग्लैंड की जीत का आधार रखा.
उन्होंने पहले विकेट के लिए जैक क्रॉली के साथ मिलकर 188 रनों की साझेदारी की. फिर रूट के साथ तीसरे विकेट के लिए 47 रन जोड़े. डकेट ने तेजी से रन बटोरे और तय किया कि इंग्लैंड के पास आखिरी में ओवर बचे हो. वहीं फिर आखिरी में जो रूट ने पहले स्टोक्स के साथ 49 रन जोड़े और फिर स्मिथ के साथ 71 रनों की साझेदारी कर टीम को जीत दिलाई. भारत के लिए शार्दुल ठाकुर और प्रसिद्ध कृष्णा ने 2-2 विकेट झटके.
भारत के लिए इस मुकाबले में कई चीजें उसके खराब गई. टीम ने कई अहम मौकों पर कैच गंवाए. अकेले यशस्वी जायसवाल ने 4 कैच टपकाए. इंग्लैंड को आखिरी दिन जीत के लिए 350 रनों की जरूरत थी. बुमराह एक छोर से थे और दूसरे छोर से उन्हें बाकी गेंदबाजों को उतना साथ नहीं मिला. सिराज ने पहली पारी के मुकाबले आज अच्छी गेंदबाजी की, लेकिन उन्हें कोई सफलता नहीं मिली. जबकि प्रसिद्ध कृष्णा ने 6 की इकॉनमी से रन दिए.
इंग्लैंड अगर यह मैच जीत पाई है तो उसमें बेन डकेट और जैक क्रॉली की साझेदारी ने अहम भूमिका निभाई. दोनों ने दिन के पहले सेशन और फिर दूसरे सेशन में तेजी से रन बटोरे और पहले विकेट के लिए 188 रनों की साझेदारी की. जैक क्रॉली ने 126 गेंदों में 7 चौकों की मदद से 65 रन बनाए.
जबकि बेड डकेट ने 170 गेंदों में 149 रन जोड़े. इस जोड़ी ने शुरुआत से ही रन रेट 4 से करीब रखा, जिससे इंग्लैंड इतना बड़े लक्ष्य का सफलतापूर्वक पीछा कर पाई. इंग्लैंड के लिए जो रूट ने 84 गेंदों में छह चौकों की मदद से नाबाद 53 रन बनाए, जबकि जेमी स्मिथ ने नाबाद 44 रन जोड़े.
भारत को 5 विकेट से हराकर इंग्लैंड ने जीत से किया सीरीज का आगाज. इंग्लैंड एंडरसन-तेंदुलकर ट्रॉफी में 1-0 से आगे है. इस मुकाबले में कई सवाल है जिसके जवाब भारत को खोजने होंगे. दोनों पारियों में निचलेक्रम का लड़खड़ाना. बुमराह को दूसरे छोर से साथी गेंदबाजों का साथ ना मिलना. इसके अलावा खराब फील्डिंग जिसके चलते भारत ने कई मौके गंवाए.
यह सब हार के कारण कहे जा सकते हैं. इंग्लैंड खुश होगा. मैच के पांचवें और आखिरी दिन जिस तरह से बेन डकेट ने बल्लेबाजी की और 149 रन बनाए, उसने इंग्लैंज के बैजबॉल की झलक दिखाई है.