राजसमंद : प्रसिद्व द्वारकाधीश की नगरी में द्वारकेश वाटिका में कल शनिवार रात विप्र फाउंडेशन का अधिवेशन हुआ. इसमें बड़ी संख्या में देशभर के विप्र बंधुओं ने भाग लिया. जिसमें प्रमुश रूप से चित्तौडग़ढ़़ सांसद सीपी जोशी ने कहा कि विप्र समाज ने शिक्षा, व्यवसाय, चिकित्सा के क्षेत्र में अच्छा काम किया. इसे जारी रखने की जरूरत है. आगामी अक्षय तृतीय पर भारत सरकार की ओर से भगवान परशुराम पर पहली बार डाक टिकट जारी किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि विप्र समाज को अपनी शक्ति पहचानने की जरूरत है. फाउंडेशन संस्थापक सुशील ओझा ने विप्र बंधुओं को शिक्षा, संस्कार, रोजगार तीन बातों पर जोर देने की जरूरत बताई तथा कहा कि ब्राह्मण सृष्टि के मंगलकारी कार्य में अपना अवदान प्रदान करता है.
प्रमुख अतिथि के रूप में : विप्र समाज संस्थापक सुशील ओझा, जयपुर सांसद रामचरण बोहरा, हरियाणा सरकार मंत्री रामविलास शर्मा, चित्तौडगढ़़ सांसद सीपी जोशी, राजसमंद विधायक दीप्ति माहेश्वरी, मावली विधायक धर्मनारायण जोशी, राष्ट्रीय महिला आयोग की पूर्व अध्यक्ष ममता शर्मा, विप्र फाउंडेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष महावीर प्रसाद शर्मा, सोनाली, विप्र वाहिनी अध्यक्षता कांता पुरोहित, जोन एक के प्रदेश् अध्यक्ष केके शर्मा, प्रदेशाध्यक्ष युवा मंच नरेंद्र पालीवाल, सुनील शर्मा, पवन पारीक, रमेश शर्मा, राधेश्याम शर्मा, वीसीसीआई के केके शर्मा, लक्ष्मीकांत वैष्णव, राधेश्याम सिखवाल आदि काफी देर से विधानसभा अध्यक्ष डॉ. सीपी जोशी भी समारोह में पहुंचे.
विशाल रैली : टीवीएस चौराहा से निकली रैली विभिन्न मार्गों से द्वारकेश वाटिका पहुंची. रैली में 10 घोड़े, ऊंच, श्रीनाथजी की छवि, द्वारिकाधीश की छवि, परशुराम का अवतार बने युवक, रानी लक्ष्मीबाई, मराठा ढोल, द्वारकाधीश मंदिर के बैंड आदि शामिल थे. महिलाओं की अपार भीड़ में केसरिया वस्त्र पहने हुए सिर पर मंगल कलश लेकर चल रही थी, वहीं पुरुष श्वेत पोषाक में चल रहे थे. जोशिले युवाओं के हाथों में विप्र पताकाएं लहरा रही थीं. पूरी रैली में जय-जय परशुराम की जयघोष किए जा रहे थे. रैली में राजस्थान, मध्यप्रदेश, गुजरात और महाराष्ट्र, अहमदाबाद, सुरत से हजारों लोग यहां पहुंचे. सभी के चेहरों पर अलग ही प्रकार की मुस्कान देखने को मिली.
दो दिवसीय समागम की कड़ी में सम्मेलन
विप्र फाउंडेशन के दो दिवसीय समागम की कड़ी में शाम को कांकरोली में भव्य शोभायात्रा निकली, जिसमें हजारों महिला-पुरुष व युवा शामिल हुए. शहर के मुख्य मार्गों से निकली शोभायात्रा को देखने शहरवासी भी उमड़े. द्वारकेश वाटिका पहुंचने पर शोभायात्रा विप्रजन सम्मेलन में तब्दील हो गई. रैली का नेतृत्व चितौडग़ढ़ सांसद सीपी जोशी और विप्र फाउंडेशन के संस्थापक संयोजक सुशील ओझा ने किया.