एप डाउनलोड करें

पालीवाल समाज के युवा विष्णु बागोरा की मौत की खबर आते ही सबकी आंखो में आंसू आ गए

राजसमन्द Published by: Sunil Paliwal-Anil bagora...✍ Updated Thu, 19 Sep 2019 05:29 AM
विज्ञापन
Follow Us
विज्ञापन

वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें

● भगवान इतना बूरा क्यों करता है...कुछ तो रहम करता...रोशनी देकर क्यों रोशनी बूझा देता-सुनील पालीवाल की कलम से...✍

धोईंदा। पालीवाल ब्राह्मण समाज 44 श्रेणी सुंदरचा हाल मुकाम धोईंदा के श्री भवानीशंकर बागोरा के सुपूत्र श्री विष्णु बागोरा का दिनांक 17 सितबंर 2019 को मुबंई में आकस्मिक निधन हो जाने से परिजनों के घर में मातम छा गया। जिनकी अंतिम यात्रा दिनांक 17 सितंबर 2019 को शाम को निवास स्थान धोईदा बस स्टेण्ड जिला राजसमंद से निकलकर मुक्तिधाम पर दाह संस्कार हुआ। आप अपने पीछे भरा पूरा परिवार को रोता बिखलता हुआ छोड गए।

श्री विष्णु बागोरा मुबंई में अपनी दिनचर्या दुध बांटकर करते थे। अचानक उनकी तबियत बिगड़ी ओर उपचार तक का समय नहीं दिया। उनके साथियों को जैसे ही सूचना मिली पालीवाल समाज के युवा हो या वरिष्ठ सभी दौडे चले आए मदद के लिए...लेकिन उनकी मदद ओर दुआ भी काम नहीं आई...उनकी बेटी लक्षिता, रीना तो कुछ-कुछ समझती है, लेकिन मोनू तो छोटा है, वो कैसे पापा की याद को भूला पाएगा...उसे तो हर पल...उसके पापा ही नजर आयेगे...पिता भवानीशंकर बागोरा पर किया बीत रही होगी...जब बचपन में खिलाया तो अहसास हुआ कि बड़ा होगा तो मेरे कंधे का सहारा बनेगा...लेकिन पिता को क्या मालूम था..वो बिना सहारा दिए ही इतनी जल्दी आंखो के समाने से ओझल हो जाएगा...गोवर्धन जी का पोता...नरेन्द्र, गौरीशंकर का भाई तो घनश्याम पुरोहित का साला था...मांगीलाल जी बडे पापा ओर लेहरीलाल जी, रामचंद्र जी काकाजी की दया नहीं की। विष्णु बागोरा का सुसराल धायला-गुडला के श्री भेरूलाल जी मेहता के यहां था...जैसे ही विष्णु की मौत के समाचार मिले वैसे ही मुंबई, सुंदरचा, धोईंदा-धायला-गुडला सहित कई गांवों में सन्नाटा छा गया...जहां परिजन उसके आने का इंतजार कर रहे थे...उन्हें किया पता था कि इंतजार हमेशा इंतजार में ही खो जाएगा...विष्णु की पत्नी एवं लक्षिता, रीना, मोनू का रो-रोकर उनकी हालत खराब हो रही थी...वही पिता भवानीशंकर को परिजन सांत्वना देकर धेर्य रखने की प्रार्थना करते नजर आए...विष्णु बागोरा को सर्वश्री कन्हैयालाल पुरोहित, तुलसीराम पालीवाल, शंकरलाल पालीवाल, जगदीश बागोरा, ललित बागोरा, भेरूलाल बागोरा, मांगीलाल बागोरा, रामचंद्र बागोरा, सुरेश बागोरा, अनिल बागोरा, तुलसीराम बागोरा, अशोक पालीवाल सहित पालीवाल वाणी के संपादक सुनील पालीवाल ने विन्रम श्रद्वाजलि अर्पित करते हुए बागोरा परिवार को इंदौर सहित विभिन्न संगठनों ने विन्रम श्रद्वाजंलि अर्पित कर दिवंगत आत्मा को चिर शांति और उनके परिजनों, अनुयायियों और प्रशंसकों को दुःख की इस घड़ी में धैर्य धारण करने की शक्ति प्रदान करने की ईश्वर से प्रार्थना की है। उपरोंक्त जानकारी समाजसेवी श्री तुलसीराम जी पालीवाल ने पालीवाल वाणी को दी।

आंसू :- भगवान इतना बूरा क्यों करता है...कुछ तो रहम करता...रोशनी देकर क्यों रोशनी बूझा देता...हमसे से तेरी खता थी...बच्चों ने तेरा क्या बिगड़ा...कुछ तरस करता...कभी विष्णु का तु भी थोड़ा ओर इंतजार कर लेता...जवानी दी तो बुढ़ापा भी देख लेता...

● पालीवाल वाणी ब्यूरो-Sunil paliwal-Anil Bagora...✍
? Whatsapp पर हमारी खबरें पाने के लिए हमारे मोबाइल नंबर 9039752406 को सेव करके हमें व्हाट्सएप पर Update paliwalwani news नाम/पता/गांव/मोबाईल नंबर/ लिखकर भेजें...
? Paliwalwani News से जुड़े अन्य अपडेट लगातार हासिल करने के लिए हमें फेसबुक और गूगल प्लस पर ज्वॉइन करें, ट्विटर पर फॉलो करे...
Email- paliwalwani2@gmail.com
09977952406-09827052406-Whatsapp no- 09039752406
▪ एक पेड़...एक बेटी...बचाने का संकल्प लिजिए...
▪ नई सोच... नई शुरूआत... पालीवाल वाणी के साथ....

और पढ़ें...
विज्ञापन
Next