राजसमंद। वर्षाजल के अधिकतम उपयोग और जनभागीदारी से प्रदेशभर में हो रहे जल संरक्षण और संवर्धन के कार्य धरातल पर दिखने लगे है। विश्व बैंक दल ने रविवार को जिला मुख्यालय सहित भावा एवं आसपास के क्षेत्रों में जल स्वावलम्बर्न अभियान के तहत नाड़ी निर्माण, उन्नत कृषि आदि कार्यो का अवलोकन किया तथा ग्रामीणों से बातकर दल के सदस्यों ने जनभागीदारी से हो रहे कार्यो को वर्षाजल के अधिकतम उपयोग के लिये बेहतर बताया। दल के सदस्यों एवं जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी मंत्री किरण माहेश्वरी ने रविवार प्रात: शहर के कांकरोली सब्जी मण्डीके सामने हरजीवनदास धर्मशाला में स्थित प्राचीन बावड़ी का अवलोकन करते हुए बावड़ी केसंरक्षण और पेयजल सप्लाई आदि की जानकारी ली।
जन स्वास्थ्य एवं अभियांत्रिकी मंत्री किरण माहेश्वरी ने भावा में विश्व बैंक के सदस्यों को अभियान की विस्तृत जानकारी दी और कहा कि मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन अभियान के तहत पूरे राजस्थान में हो रहे जल संरक्षण के समयबद्ध कार्यक्रम को प्रधानमंत्री ने भी सराहा है। उन्होंने कहा कि विष्व बैंक की टीम ने रविवार को अभियान के तहत पारम्परिक जल स्रोतो, कुओं, बावडिय़ों एवं नाड़ी निर्माण आदि कार्यो में जन सहयोग की सराहना की है। प्रभारी मंत्री ने कहा कि राजसमंद जिला डार्क जॉन में होने तथा पहाड़ी क्षेत्रों में वर्षाजल के अधिकतम उपयोग के लिए अभियान में चयनित गांवों की जलमांग पूरी हो सकेगी। उन्होंने कहा कि पारम्परिक जल स्रोतों के रखरखाव के तहत राजसमन्द शहर की पांच बावडिय़ों को पायलट प्रोजेक्ट के तहत सम्मिलित किया जाएगा।
विश्व बैंक टीम के सदस्यों ने भावा ग्राम पंचायत में मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन अभियान के तहत जन सहयोग से पूर्ण किए जा रहे नाड़ी निर्माण कार्य का अवलोकन किया और ग्रामीणों एवं अधिकारियों से इसकी लागत सहित कार्य पूर्ण होने की अवधि और ग्रामवासियों को होने वाले लाभ आदि की जानकारी ली। टीम सदस्य अबेदअली ने इस अवसर पर राज्य सरकार द्वारा किए जा रहे जल स्वावलम्बन अभियान के तहत जल स्रोतों के हो रहे जिर्णोद्धार कार्यो की सराहना की। उन्होंने कहा कि कम वर्षा वाले राजस्थान में पानी की बुंद-बुंद बचाने जन भागीदारी से हो रहे कार्य सराहनीय है और पूर्ण होने के पश्चात सभी ग्रामवासियों को इसका लाभ मिलेगा। दल ने इसके पश्चात सोलर सिस्टम से खुले कुएं द्वारा सिंचाई कार्य तथा पोली हाउस में खिरे की खेती की जानकारी भी ली।
जिला कलक्टर अर्चनासिंह ने दल सदस्यों को बताया कि अभियान के तहत चयनित 38 पंचायतों के चयनित 107 गांवों में जल संरक्षण के कार्य करवाए जा रहे है। इस जन अभियान में लोग जेसीबी मशीन, ट्रेक्टर, मानव श्रम कर सहयोग कर रहे है। उन्होंने बताया कि चयनित गांवों की जलमांग एवं जल बजट को सम्मिलित करते हुए डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) बनाकर कार्यो को पूर्ण किया जा रहा है ।
वल्र्ड बैंक टीम के भावा अटल सेवा केन्द्र पहुंचने पर जन प्रतिनिधियों ने इकलाई से अतिथियों का स्वागत किया। इस अवसर पर जिला कलक्टर अर्चनासिंह, मुख्य कार्यकारी अधिकारी गोविंदसिंह राणावत, उपखण्ड अधिकारी राजेन्द्र प्रसाद अग्रवाल, विकास अधिकारी प्रदीप कुमार इनाणिया, तहसीलदार हंसमुख कुमार, सभापति सुरेशचन्द्र पालीवाल, उपसभापति अर्जुन मेवाड़ा, उप जिला प्रमुख सफलता गुर्जर, प्रधान रीना कुमावत, उपप्रधान भरत पालीवाल, भाजपा उपाध्यक्ष भानू पालीवाल, मिडिया संयोजक किशोर गुर्जर, मानसिंह बारहठ, मण्डल अध्यक्ष महेश आचार्य, राधावल्लभ कुमावत, ग्राम सेवक दिनेशचंद्र शर्मा पीओ हरिप्रकाश गर्ग, पार्षद उत्तम कावडिया, हिम्मत मेहता, पूर्व उपसरपंच बंशीलाल गुर्जर, सहित सम्बन्धित अधिकारी उपस्थित थे।
फोटो- भावा में विश्व बैंक के दल ने किया जल स्वावलम्बन कार्यो का अवलोकनके तहत नाड़ी निर्माण कार्य का अवलोकन करती मंत्री माहेश्वरी व अन्य।