सीकर.
राजस्थान के सीकर में हुए एक दर्दनाक हादसे में कार में सात लोग जिंदा जल गए। रने वाले सभी लोग एक ही परिवार के हैं और उत्तर प्रदेश के मेरठ के रहने वाले हैं. सभी लोग राजस्थान के सीकर में स्थित सालासर बालाजी के दर्शन कर वापस लौट रहे थे. इसी दौरान तेज रफ्ताकर होने कारण कारण आगे चल रहे, ट्रक के पीछे से जा टकराई. टक्कर के बाद कार में आग गई, जिसने कुछ ही पल में पूरी कार को अपनी चपेट में ले लिया.
हादसा चूरू-सालासर स्टेट हाईवे पर रविवार दोपहर 2. 30 बजे हुआ. जब तेज रफ्तार कार एक ट्रक से टकरा गई. इसके बाद कार और ट्रक में आग लग गई. कार में गैस किट लगी थी और ट्रक में मेडिकल कॉटन (रूई) भरी थी. आग लगने से कार के दरवाजे नहीं खुल पाए और उसमें सवार तीन महिलाओं, दो बच्चों और दो पुरुषों की झुलस कर मौत हो गई.
पुलिस ने बताया कि कार सवार सभी लोग मेरठ के रहने वाले थे. पुलिस उपाधीक्षक फतेहपुर सर्किल रामप्रताप बिश्नोई ने बताया कि आग में झुलसकर कार सवार तीन महिलाओं और दो बच्चों सहित सात लोगों की मौत हो गई. उन्होंने बताया कि आग लगने से कार के दरवाजे नहीं खुल पाये. सातों लोग कार के अंदर जिंदा जल गए.
फतेहपुर कोतवाली थानाधिकारी सुभाष बिजारणिया ने बताया कि दर्दनाक हादसे में जान गंवाने वाले कार सवार लोगों की पहचान हो गई है. मरने वालों में 55 वर्षीय नीलम गोयल, 35 वर्षीय बेटे आशुतोष गोयल, 58 वर्षीय मंजू बिंदल, 37 वर्षीय बेटे हार्दिक बिंदल, हार्दिक की 32 वर्षीय पत्नी स्वाति बिंदल, 7 वर्षीय बेटी दीक्षा और दो वर्षीय बहन है.
मृतकों के मोबाइल फोन पूरी तरह जल चुके थे. किसी तरह पुलिसवालों ने जले हुए मोबाइल से सिम निकाले. इसके बाद सिम दूसरे फोन में डालकर नंबर डायल किया. यह नंबर मेरठ में हार्दिक के रिश्तेदार का था. उसने बताया कि वो आरके पुरम, दिल्ली रोड, मेरठ से बोल रही है. उसकी मां और भाई सेंट्रो कार से सालासर बालाजी गए थे. पुलिस वालों ने महिला से कार सवार लोगों के नाम पूछे. इसके बाद रिश्तेदार ने अन्य लोगों को यह खबर दी.