आपने अभीतक सुना होगा की, लाखो करोडो रुपयों के नोट छपते है कुछ देशो में, लेकिन क्या आपने सुना है, 0 रुपये का नोट छपा है, वह भी हमारे प्यारे भारत में| भारत में वर्तमान समय में 1 रुपये से लेकर 2000 रुपये तक के नोट छपते है| लोग इन पैसो का इस्तेमाल अपनी रोज मर्रा की चीज वस्तुओ को खरीदने और अन्य कामो के लिए करते है|
लेकिन हम आपको आज 0 रुपये की नोट के बारेमे बताने जा रहे है| इस नोट में महात्मा गाँधी का फोटो भी छापा गया था| यह नोट अन्य नोटों जैसा ही दीखता था| इसको रिजर्व बेंक ऑफ़ इण्डिया ने नहीं छापा था| आप सोच रहे होंगे की 0 रुपये वाले इस नोट को छापने के पीछे का कारण क्या हो सकता है|
आपको बतादे की, 0 रुपये के नोट को एक खास उदेश्य के लिए छापा गया था| इसको करप्शन के खिलाफ मुहीम के तहत छापा गया था| एक NGO ने करप्शन के खिलाफ एक मुहीम के दौरान इस नोट को छापा था| इसे देश की 4 भाषा, हिंदी, तेलुगु, कन्नड़ और मलयालम में छापा गया था|
0 रुपये के 5 लाख नोट छापे गए थे, और इसको लोगो के बिच में बाँट दिया गया था| इसमें भष्टाचार के खिलाफ सूत्र लिखे हुए थे| इस नोट के ऊपर NGO का नंबर और ईमेल आईडी भी दिया हुआ था| अगर किसी व्यक्ति के पास से रिश्वत मांगी जाती तो उसके बदले में 0 रुपये का नोट दिया जाता था|
भ्रष्टाचार को ख़तम करने के लिए यह मुहीम काफी सफल रही थी| नोट के ऊपर कुछ ऐसे सूत्र लिखे हुए थे| “भ्रष्टचार ख़त्म करो”, “न लेने की न देने की कसम खाते है” ऐसे कई सूत्र नोट पर छापे गए थे| अगर किसीसे रिश्वत मांगी जाती तो वह इस NGO को संपर्क करके उस अधिकारी के बारेमे जानकारी देता था| इस संस्था का नाम 5th पिलर है|