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श्रीनाथजी मंदिर में आषाढी तोल की यह परंपरा लगभग 350 वर्षों से : सोलह अनाज मे बढ़ोतरी : बारिश रहेगी सामान्य

नाथद्वारा Published by: Paliwalwani Updated Wed, 05 Jul 2023 04:15 AM
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नानालाल जोशी, नरेन्द्र पालीवाल

 

नाथद्वारा : 

राजसमंद में नाथद्वारा स्थित वल्लभ सम्प्रदाय की प्रधान पीठ श्रीनाथजी मंदिर नाथद्वारा इस वर्ष की भविष्यवाणी के लिए आषाढी तोली गई। जिसमें सोलह प्रकार के जींस "अनाज" मे बढ़ोतरी होगी पांच मे घटोतरी होगी जबकि 6 "अनाज" सामान्य रहेगी, इस वर्ष बारिश सामान्य रहेगी।

आषाढी तोल की भविष्यवाणी में श्रद्धालुओं की गहरी आस्था है। इसलिए पुष्टि सृष्टि में इसका विशेष महत्व है। इस अवसर पर मंदिर के पंड्या डॉ परेश नागर, खर्च भंडारी दिनेश पुरोहित, मीडिया प्रभारी एवं पीआरओ गिरीश व्यास, फतेह लाल गुर्जर ,घनश्याम पालीवाल एवं कैलाश पालीवाल आदि उपस्थित थे।

गुड, नमक, काला घारा, लाल घारा, घास में घटोतरी से रोग एवं जन व पशु हानि की संभावना जताई गई। बारिश की बात करें तो ’आषाढ़ में छः आना, श्रावण में पांच आना, भादवा में तीन आना, आसोज में दो आना बारिश होगी। पुष्टि मार्गीय प्रभु श्रीनाथ जी की हवेली में दिनांक 3 जुलाई 2023 सोमवार को आषाढ़ी पूर्णिमा के अवसर पर श्रीजी प्रभु के खर्च भंडार में श्रीजी प्रभु के पंड्या डॉ परेश नागर, खर्च भंडारी दिनेश पुरोहित, सहायक भंडारी फतेह लाल गुर्जर, परचारक घनश्याम जोशी की उपस्थिति में 27 जींस ‘‘अनाज’’ को आषाढी तोल के अंतर्गत तोला गया व पुनः आज 4 जुलाई 2023 मंगलवार को श्रृंगार दर्शन के बाद पुनः सत्ताईस जिंस को तोला गया जिसके परिणाम में सोलह जींस में बढ़ोतरी पांच में घटोतरी, छः जिंस सामान्य रहे तथा वर्षा खंड वृष्टि के रूप में सामान्य से अधिक होने की संभावना व्यक्त की गई ।

जिसमें ज्यादातर जिंसों में बढ़ोतरी से धन-धान्य में वृद्धि तथा गुड, घास, नमक (सामुद्रिक आपदा ), काला गारा (मनुष्य), लाल गारा (पशु) का प्रतीक है जिनमें घटोतरी से जन एवं पशु हानि तथा सामुद्रिक प्राकृतिक आपदा की भविष्यवाणी की गई प्रभु के आषाढी तोल की यह परंपरा लगभग 350 वर्षों से चली आ रही है।

 

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