देवास :
मौके पर मौजूद जवानों और ग्रामीणों नेे उन्हें रस्सी की मदद से बाहर निकाला और अस्पताल ले गए, लेकिन देर तक डूबने की वजह से उनकेे फेफड़ों में पानी भर गया था। हरदा अस्पताल के डाक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। टीआई वास्कले अच्छे अधिकारी थे। उन्हें पुलिस विभाग की तरफ से कई पुरस्कार भी मिल चुके है। परिवार में माता-पिता पत्नी और एक बेटा है। वास्कले उज्जैन और देवास जिले के उदयनगर मेें भी पदस्थ थे और उनके कार्यशैली के कारण वरिष्ठ अधिकारी भी उन्हें पसंद करते थे। वास्कले मूल रुप से बड़वानी जिले के निवासी है। उनकी मौत की खबर गांव पहुंची तो मातम छा गया।
मध्यप्रदेश के देवास (dewas) के समीप नेमावर के थाना प्रभारी राजाराम वास्कले (Nemavar police station in-charge Rajaram Vaskale) की नदी जामनेर नदी (Jamner River) में ड्यूटी के दौरान डूबने से मौत हो गई। नदी से लाश को निकालने के लिए टीआई खुद नदी में कूद गए, लेकिन वे स्टाॅप डेम (stop dam) में फंस गए। वास्कले तैराकी जानते थे। वास्कले को ग्रामीणों ने जामनेर नदी के स्टाॅप डेम में एक लाश होने की सूचना दी थी। इसके बाद वे मौके पर पहुंचे और खुद लाश को निकालने के लिए नदी में कूद गए। वे नदी में फंस गए और बाहर नहीं निकल पाए। यदि वे पहले से रस्सी या अन्य सुरक्षा के इंतजाम के साथ नदी में जाते तो उनकी जान बच सकती थी, लेकिन उन्हें तैरना आता था, इसलिए वे बगैर सुरक्षा इंतजाम के ही नदी में शव निकालने के लिए कूद गए।
बताया गया है कि जामनेर नदी में एक शव बहता दिखने की सूचना मिलने पर उसे निकालने के लिए नेमावर थाने के टीआई राजाराम वास्कले ने रविवार दोपहर नदी में छलांग लगा दी। बताया जा रहा है कि उन्होंने शव को पकड़ भी लिया था लेकिन पानी गहरा व बहाव तेज होने से वह डूब गए। आस-पास मौजूद जवानों व स्थानीय तैराको की मदद से उनको निकाला गया और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र नेमावर पहुंचाया गया जहां पर प्राथमिक उपचार करके गंभीर हालत में हरदा रेफर कर दिया गया। हरदा के निजी अस्पताल में उनको बचाने के काफी प्रयास किए गए लेकिन डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। बताया जा रहा है वास्कले मूल रूप से बड़वानी जिले के रहने वाले थे। देवास जिले में वह कई साल से पदस्थ थे और अलग-अलग थाना क्षेत्रों में तैनात रह चुके थे। नेमावर के पहले उनको उदयनगर थाने की जिम्मेदारी मिली हुई थी। उनकी पत्नी व एक बेटा है।