MP Weather Update: MP में ठंड थमने का नाम नहीं ले रही है। सर्द हवाओं से पूरा मध्य प्रदेश ठंडा हो गया है। बता दें, कि ग्वालियर, दतिया, खजुराहो, राजगढ़, पचमढ़ी और रीवा की रातें शिमला और जम्मू के साथ धर्मशाला-देहरादून से भी ज्यादा ठंडी रही।
वहीं दतिया में टेम्प्रेचर रिकॉर्ड 2.8 डिग्री पर पहुंच गया है, जबकि एमपी के बाकी शहरों में पारा 5 डिग्री से नीचे है। साथ ही ग्वालियर, जबलपुर, खजुराहो, नौगांव जैसे कई शहर तो दिन में भी ठिठुर रहे हैं। राजधानी भोपाल और इंदौर में भी ठिठुरन बढ़ी हुई है। मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक अगले एक-दो दिन तक मौसम ऐसा ही रहने वाला है। 26 जनवरी के बाद टेम्प्रेचर में बढ़ोतरी होने का अनुमान है।
प्रदेश में बीते दिन भी कड़ाके की ठंड का असर रहा। ग्वालियर और खजुराहो में भी दिन ठंडा रहा। प्रदेश में खजुराहो सबसे ठंडा रहा। खजुराहों में एक ही दिन में पारा 5.6 डिग्री लुढ़ककर 13.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है। वहीं ग्वालियर में 15.2 डिग्री सेल्सियस तापमान रहा। बड़े में ग्वालियर सबसे ठंडा रहा। इसके साथ ही कई शहरों में शीतलहर का असर देखने को मिला।
मध्यप्रदेश में (MP Weather Update) खजुराहो और नौगांव समेत 18 शहरों में दिन का तापमान 25 डिग्री से कम रहा। बता दें, कि नौगांव में 18 डिग्री और टीकमगढ़ में 18.5 डिग्री तापमान दर्ज किया गया।
रायसेन, रीवा, सतना, मलाजखंड, सागर, सीधी, पचमढ़ी, शाजापुर, धार, गुना, छिंदवाड़ा, नरसिंहपुर,शिवपुरी और उमरिया में दिन का पारा 25 डिग्री से कम रहा। वहीं सबसे ज्यादा मंडला में 27.2 डिग्री दर्ज किया गया।
कोल्ड डे: छतरपुर, पन्ना, सतना, जबलपुर, सतना, दतिया, निवाड़ी, टीकमगढ़, रीवा, मऊगंज और सीधी जिलों में दिन ठंडा रहेगा।
मध्यम कोहरा: जबलपुर, इंदौर, खंडवा, धार, दतिया, सीधी के साथ पन्ना और छतरपुर जिलों में। इन जिलों में विजिबिलिटी 200 से 800 मीटर रहने का अनुमान है, जिसकी वजह से यहां हल्का मध्यम कोहरा रहेगा।
घना कोहरा: छतरपुर, टीकमगढ़, रीवा के साथ मऊगंज, और निवाड़ी जिलों में मध्यम से घना कोहरा रहेगा। इन जिलों में विजिबिजिटी 50 से 500 मीटर तक रहेगी।
मौसम केंद्र भोपाल के सीनियर मौसम वैज्ञानिक डॉ. वेदप्रकाश सिंह ने बताया, कि देश के उत्तरी इलाके से का चलन तेज है। हवा की रफ्तार 250 किमी प्रति घंटा है। जिसकी वजह से जमीन पर ठंडक में बढ़ोत्तरी हुई है। एक-दो दिन ऐसा ही मौसम रहने वाला है। 26 जनवरी के बाद मौसम में बदलाव हो सकता है।