ग्वालियर : मध्य प्रदेश के ग्वालियर में अपहरण के आरोपी युवक की अस्पताल में मौत हो गई। उसने थाने पहुंचने से पहले जहर खा लिया था। उस पर नाबालिग को भगाकर ले जाने का आरोप था, इसके बाद वह प्रेमिका के साथ थाने में सरेंडर करने पहुंचा था। एसएसपी ने मामले की न्यायिक जांच के आदेश दे दिए हैं।
जानकारी के अनुसार गुरुवार देर शाम अपहरण के आरोपी गोल पहाड़िया निवासी कृष्णा जैन ने नाबालिग लड़की के साथ जनकगंज थाने में सरेंडर किया था। कृष्णा पर नाबालिग को बहला-फुसलाकर भगा ले जाने का आरोप था। एसएसपी अमित सांघी ने बताया कि पुलिस जब आरोपी कृष्णा और नाबालिग से पूछताछ कर रही थी तभी नाबालिग के पास जहरीले पदार्थ की पुड़िया मिली थी। जबकि आरोपी कृष्णा का कहना था कि वह जहर खाकर थाने आया है। पुलिस ने बताया कि आरोपी कृष्णा ने थाने में आने से पहले जहर खा लिया था। इसलिए उसे आनन फानन में जयारोग्य अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। शुक्रवार को कृष्णा ने इलाज के दौरान अस्पताल में दम तोड़ दिया। एसएसपी अमित सांघी के मुताबिक कृष्णा पेशे से ड्राइवर था और उसके खिलाफ़ शहर के कई थानों में आपराधिक प्रकरण दर्ज हैं।
आरोपी कृष्णा की संदिग्ध मौत के बाद उसके परिजन सदमें में है। उनका कहना है कि कृष्णा थाने में सरेंडर करने से पहले नाबालिग लड़की के घर गया था, जिसके बाद उसने नाबालिग के परिजनों के साथ थाने में सरेंडर करने पहुंचा था। ऐसे में कृष्णा के परिजनों को आशंका है कि नाबालिग की मां ने कृष्णा को जहर खिलाया है। वहीं इस कहानी का दूसरा एंगल यह निकलकर सामने आ रहा है यह दोनों युवक और युवती आपस में प्रेम करती थी और जब यह दोनों थाने में पहुंचे थे तो दोनों के पास जहरीले पदार्थ की पुड़िया थी। मामला पुलिस अभिरक्षा में हुई आरोपी की संदिग्ध मौत से जुड़ा है। लिहाजा पुलिस अफसरों ने थाने में लगे सीसीटीवी फुटेज भी खंगाले, लेकिन कुछ खास हाथ नहीं लगा। फिलहाल पुलिस ने मर्ग कायम कर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और मामले की न्यायिक जांच की जा रही है।