जयपुर :
उन्होंने कहा कि अभी दो दिन पहले ही बारां कांग्रेस के नगर अध्यक्ष गौरव शर्मा को जमीन विवाद में गोली मार दी गई। वहीं उदयपुर में दुष्कर्म के बाद एक मासूम की हत्या कर शव के टुकड़े कर दिए गए थे। डूंगरपुर में एक प्रिंसिपल ही स्कूल की बच्चियों के साथ दुष्कर्म कर रहा था। इससे साफ जाहिर होता है कि राजस्थान में कानून और पुलिस का खौफ खत्म हो गया है। जिसका प्रमुख कारन राजस्थान सरकार और पुलिस कि खानापूर्ति है। जो सिर्फ जनता को दिखने के लिए होती है। जबकि हकीकत में बदमाशों पर कोई प्रभावी करवाई नहीं हुई है।
पालीवाल ने कहा कि प्रदेश की कानून व्यवस्था बीजेपी और कांग्रेस कभी नहीं सुधार सकती। क्योंकि अपराधी प्रवृत्ति के लोगों को कहीं न कहीं बीजेपी और कांग्रेस का राजनीतिक संरक्षण प्राप्त है। ऐसे में इन दोनों ही दलों से अपराध कंट्रोल नहीं किया जा सकता। इसलिए आम आदमी पार्टी जनता के हक के लिए सड़क से लेकर सदन तक लड़ाई लड़ेगी।
उन्होंने कहा कि जितनी गंभीरता मुख्यमंत्री ने पिछले साढ़े चार सालों में अपनी कुर्सी को बचाने में दिखाई है। वहीं अब चुनावों को लेकर जिस तरह से एक्टिव है। अगर इतना ध्यान राजस्थान की कानून व्यवस्था पर ध्यान देते। तो आज राजस्थान NCRB के अनुसार अपराध में टॉप पर नहीं होता। लेकिन अशोक गहलोत तो कुर्सी के मोह में वापस चुनावी यात्राओं और घोषणाओ में व्यस्त हो गए हैं। जिससे राजस्थान की जनता परेशान हो रही है। क्यों कि अब राजस्थान की कानून व्यवस्था भगवान भरोसे है।