महिंद्रा एंड महिंद्रा ने गुरुवार को ब्रिटिश इंटरनेशनल इनवेस्टमेंट (बीआईआई) से अपनी नई 4-व्हील पैसेंजर इलेक्ट्रिक व्हीकल कंपनी के लिए 1,925 करोड़ रुपये जुटाने की घोषणा की। एमएंडएम और बीआईआई के बीच समझौते की शर्तों के अनुसार, नई ईवी सहायक को 70,070 करोड़ रुपये के मूल्यांकन पर दो किश्तों में 1,925 करोड़ रुपये (या $ 250 मिलियन) की पूंजी प्राप्त होगी। इस निवेश के लिए बीआईआई को नई ईवी कंपनी का 2.75-4.76 प्रतिशत हिस्सा प्राप्त होगा।
एमएंडएम की ओर से शेयर बाजार को दी गई सूचना के अनुसार, ईवी कंपनी को वित्त वर्ष 24 और वित्त वर्ष 27 के बीच नियोजित प्रोडक्ट पोर्टफोलियो के लिए 8000 करोड़ रुपये का निवेश मिलने की उम्मीद है। इसके साथ ही कहा गया कि भविष्य में नई ईवी कंपनी की जरूरतों को पूरा करने के लिए एमएंडएम और बीआईआई सामान विचारधारा वाले निवेशकों को कंपनी के साथ जोड़ते रहेंगे। बीआईआई के पूंजी निवेश का पहला राउंड जून 2023 तक पूरा होने की उम्मीद है और वित्त वर्ष 24 में प्रदर्शन के आधार पर मूल्यांकन के बाद ही दूसरी राउंड की फंडिंग दी जाएगी।
ग्लोबल ऑटोमोटिव कंसल्टिंग कंपनी रोलैंड बर्जर की ओर से हाल ही में किए गए एक सर्वे के मुताबिक, भारत में यूके और यूएसए की तुलना में दोगुने लोग ईवी खरीदना चाहते हैं। डील के बाद जारी की गई प्रेस रिलीज के अनुसार, बीआईआई से निवेश का उद्देश्य भारत और अन्य बाजारों में इलेक्ट्रिक वाहनों की उपलब्धता और अपनाने में तेजी लाना है।
एमएंडएम द्वारा जारी बयान के अनुसार, ईवी कंपनी को के आपूर्तिकर्ताओं, डीलरों और फाइनेंसरों के इकोसिस्टम के साथ-साथ इसकी बड़ी मैन्युफैक्चरिंग इकाइयों, प्रोडक्ट डेवलपमेंट और डिजाइन डिवीजनों का लाभ मिलेगा। इंजेक्ट किए गए फंड का इस्तेमाल बड़े पैमाने पर अत्याधुनिक तकनीकों से लैस प्रीमियम इलेक्ट्रिक एसयूवी के डेवलपमेंट और डिस्ट्रीब्यूशन के लिए किया जाएगा।
बीआईआई, जिसे पहले सीडीसी ग्रुप के नाम से जाना जाता था, यूके सरकार का डेवलपमेंट फाइनेंस इंस्टीट्यूट है।यह हर साल यूके सरकार की क्लीन ग्रीन इनिशिएटिव में 1.5 और 2 बिलियन पोंड के बीच योगदान देता है। 7.7 बिलियन पोंड की कुल संपत्ति के साथ बीआईआई के पास विकासशील देशों में 1,300 से अधिक व्यवसायों में हिस्सेदारी है।