सोना और चांदी के भाव इस समय आसमान पर हैं. बीते कुछ सालों में Gold ने Stock market से भी ज्यादा रिटर्न दिया है. सोने की ताजा कीमतों (Gold Rate Today) के हिसाब से अभी प्रति 10 ग्राम 71 हजार को पार कर गईं हैं. वहीं चांदी की कीमतें (Silver Rate Today) 90 हजार रुपए किलो तक पहुंच गईं हैं. आंकड़े देखें जाएं तो बीते कुछ सालों में सोना-चांदी में निवेश करने वालों को शेयर बाजार (Stock Market Traders) से ज्यादा रिटर्न मिला है.
सालभर पहले सोने की कीमत 55 हजार से 60 हजार के बीच थी. जो एक साल में अब 72 हजार तक पहुंच गई है. सोने में निवेश करने वाले (Gold Investors) को बीते 1 साल में 20 फीसदी तक का रिटर्न मिला है. हाल के एक-दो महीने के दौरान ही सोने की कीमतें लगातार नए रिकॉर्ड उच्च स्तर पर पहुंची हैं. अब यह कीमत 1 लाख तक बढ़ रही है.
चांदी की कीमतों में भी साल भर में काफी उछाल आया है. हालांकि चांदी ने सोने के मुकाबले 15 फीसदी ही रिटर्न दिया है. चांदी की कीमत भी अब 1 लाख की तरफ बढ़ रही है. 2023 में चांदी की कीमत 75 हजार से 80 हजार के बीच रही थी. अब 90 हजार के करीब पहुंच गई है.
आने वाले साल में सोने-चांदी (Gold Silver Price) की कीमतों की बात करें तो चांदी के हालात सोने से बेहतर हो सकते हैं. सोने के रेट के मुकाबले चांदी में तेजी जल्दी आएगी. चांदी का इस्तेमाल बड़े पैमाने पर उद्योगों में किया जाता है. दुनिया भर में उद्योग जगत के पटरी पर लौटने से चांदी की औद्योगिक मांग मजबूत हो गई है. इसी कारण चांदी में तेजी रहेगी. चांदी एक साल के भीतर 20 फीसदी तक रिटर्न दे सकती है.
सोने की कीमतें भी अगले साल तक 1 लाख का आंकड़ा छू सकती हैं. बाजार के जानकारों को उम्मीद है. सोने को लेकर बाजार को अगले एक साल में 3 से 5 फीसदी के रिटर्न की उम्मीद है. बता दें यह कीमत वर्तमान में सोने- चांदी की मांग के आंकलन के आधार पर हैं. जिसमें प्राकृतिक, राजनीतिक घटनाक्रमों की वजह से बदलाव हो सकते हैं. ऐसे में कीमतें कम या ज्यादा हो सकती हैं. Gold या Silver में निवेश के पहले उस समय की कीमतें और बाजार की मांग को ध्यान में रखें.
सोने में निवेश करना शेयर बाजार के मुकाबले काफी सेफ है. इसमें आपके पास एक नियत संपत्ति आ जाती है. जिसकी कीमत समय के साथ गिरती बहुत ज्यादा नहींं कम होती है. वही स्टॉक में कंपनी के घाटे में जाते ही ट्रेडर्स को भारी नुकसान हो सकता है. Stock Market में पूंजी शून्य भी हो सकती है. वहीं गोल्ड में यह रिस्क नहीं होता है.