इंदौर :
तुलसी नगर स्थित मध्य प्रदेश का सबसे विशाल एवं भव्य, नवश्रृंगारित सरस्वती मंदिर माँ शारदे के जन्मोत्सव को पूर्ण धार्मिक श्रद्धा के साथ मनाने हेतु तैयार है। पिपलिया कुमार -निपानिया क्षेत्र के प्राकृतिक एवं सुरम्य वातावरण में अद्भुत ऊर्जा एवं दिव्य शक्ति का अहसास दिलाने वाली तुलसी नगर स्थित माँ शारदे का भव्य मंदिर पिछले कुछ सालों में छात्र छात्राओं के आस्था का केंद्र बन चुका है जहां वर्ष भर शहर एवं आसपास के क्षेत्रों से हजारों की संख्या में श्रद्धालु, छात्र छात्राएं माँ शारदे के समक्ष शीष नमा कर ज्ञान, सद्बुद्धि, विद्या का वरदान मांगते हैं।
सरस्वती मंदिर का निर्माण 13 अप्रैल 1994 को किया गया जहाँ माँ शारदे की प्राण प्रतिष्ठा हरिद्वार के प्रकांड पंडितों द्वारा पूर्ण वैदिक विधि से की गयी। पंडितों के अनुसार जिस भूमि पर माँ सरस्वती के मंदिर का निर्माण किया गया है वह अद्भुत ऊर्जा एवं दैवीय शक्ति के तेज से परिपूर्ण है और इसका आभास हर उस दर्शनार्थी को होता है जो मंदिर परिसर में माता के दर्शन के लिए प्रवेश करता है।
प्रत्येक वर्ष बसंत पंचमी पर हजारों की संख्या में पुरे शहर से श्रद्धालु माँ शारदे का दर्शन कर उनकी अनुकम्पा, कृपा की कामना करते हैं। स्कूल, कॉलेज के बच्चे, छात्र, छात्राओं की इस मंदिर पर अपार श्रद्धा है और वो बसंत पंचमी के अलावा नियमित रूप से माँ के दर्शन कर कुशाग्र बुद्धि, विवेक एवं ज्ञान का वरदान मांगते हैं।
प्रत्येक वर्षों की तरह इस वर्ष भी विद्या एवं ज्ञान की अधिस्ठात्री देवी माँ सरस्वती की पूजा बसंत पंचमी के दिन गुरुवार को शुभ मुहूर्त में वैदिक मंत्रोच्चारों के साथ पूर्ण धार्मिक विधि विधान से की जाएगी। गणतंत्र दिवस एवं बसंत पंचमी इस इस वर्ष एक ही दिन होने के कारण इस वर्ष बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के आगवन की संभावना को देखते हुए बृहत् पैमाने सरस्वती पूजनोत्सव की तैयारी आयोजन कर्ताओं द्वारा की गई है। सरस्वती मंदिर का रंग रोगन नए सिरे से किया गया है।
श्री तुलसी सरस्वती सोशल वेलफेयर सोसाइटी के के झा, राजेश तोमर, संजय यादव, शम्भुनाथ सिंह, भगवान झा, विवेक शर्मा ने कहा कि 26 जनवरी गुरुवार को शुभ मुहूर्त में माँ शारदे का विशेष श्रृंगार, पूजन एवं अभिषेक होगा। तत्पश्चात सरस्वती महायज्ञ का आयोजन किया जाएगा, जिसमें श्रद्धालुगण परिवार , समाज, शहर एवं देश के कल्याणार्थ वैदिक मंत्रोच्चारों के बीच आहुतियाँ देंगे। इस महायज्ञ में स्थानीय निवासियों के आलावा, आसपास के स्कूलों के बड़ी संख्या में छात्र एवं छात्राएं भी सम्मिलित होंगी। इस अवसर पर माँ सरस्वती को छप्पन भोग का प्रसाद चढ़ाया जाएगा।
छोटे बच्चों का होगा विद्यारम्भ : बसंत पंचमी पर तुलसी नगर स्थित सरस्वती मंदिर में शुभ मुहूर्त पर छोटे बच्चों का विद्यारम्भ पंडितों द्वारा कराया जाएगा।
मैथिल समाज की महिलाओं द्वारा बसंतोत्सव का आयोजन : इस अवसर पर सरस्वती मंदिर परिसर में इंदौर सखी बहिनपा मैथिलानी समूह (मैथिल समाज की महिलाएं ) द्वारा बसंतोत्सव का आयोजन होगा। मैथिल समाज की महिलाएं पिली साड़ी में पीले आभूषण को धारण कर माँ सरस्वती की सामूहिक वंदना करेंगी। इस अवसर पर मैथिल समाज के दो उभरते नन्हें गायकों आयुष - अक्षत द्वारा माँ शारदे के भजनों की प्रस्तुतियां अपरान्ह 2 से 5 बजे के बीच दी जाएंगी। इसके पश्चात संध्या 6 बजे से शहर की एक अग्रणी भजन मंडली द्वारा भजनांजली का प्रस्तुतीकरण होगा।
महाप्रसादी का आयोजन : संध्या 5 बजे से रात्रि 10 बजे तक महाप्रसादी का आयोजन होगा।
26 जनवरी, 2023 (गुरुवार)
मान्यवर,
विद्या, बुद्धि, ज्ञान, विवेक की आराध्य देवी माँ सरस्वती के जनमोत्स्व बसंत पंचमी पर पिछले वर्षों की तरह इस वर्ष भी माँ शारदे की पूजा - अर्चना का भव्य आयोजन तुलसी नगर स्थित सरस्वती मंदिर में दिनांक 26 जनवरी को आयोजित किया गया है। इस धार्मिक आयोजन में आप सपरिवार सादर आमंत्रित हैं। अनुग्रह है कि इस आभासी आमंत्रण को भौतिक आमंत्रण की तरह सहर्ष स्वीकार कर हंसवाहिनी, वीणावादिनी माँ शारदे के दरबार में अपने परिवार, समाज, देश के कल्याणार्थ उपस्थित हों। जय माँ शारदे।