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जय-जय सियाराम के उद्घोष से गूंज उठा लालबाग का परिसर : एआई के साथ अब भारत में एचआई की जरूरत : पं. धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री :

इंदौर Published by: sunil paliwal-Anil Bagora Updated Sun, 01 Dec 2024 07:46 PM
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  • 1000 स्वंय सेवक व 500 कार्यकर्ताओं ने संभाली व्यवस्था, 30 एलईडी स्क्रीन के माध्यम से किया गया कार्यक्रम का प्रसारण
  • जय-जय सियाराम के उद्घोष से गूंज उठा लालबाग का परिसर, 501 भगवा ध्वज से पटा सेवा मेला, भगवान हनुमान की वेशभूषा में कलाकार ने माहौल को राममय किया
  • हिन्दू युवा सम्मेलन में 80 हजार से अधिक राम भक्त हुए शामिल, हनुमंत ध्वज पथक के  40 कलाकारों ने जमाया रंग, नारी शक्तियों के साथ युवा व पुरूष भी भजनों पर झूम उठे
  • हिन्दु युवा सम्मेलन में जाते-जाते लोगों को पांच सूत्री मंत्र भी दिए जिसमें हिंदुत्व की पाठशाला, एक घंटा देश के नाम प्रमुख रूप से शामिल हुए

बागेश्वरधाम पीठाधिश्वर की बनी रंगोली ने सभी का ध्यानाकर्षण किया

इन्दौर. एआई अब बहुत चल गया, लेकिन अब हिंदुत्व को बचाने के लिए हिंदु इन्टरएक्चुअल की बहुत जरूरत है। हिंदुओं को तीन बातें ध्यान रखना हैं पहली यूनिटी, दुसरी इंटेलिजेंस और तीसरी बिजनेसमेन हिंदू। हिंदु के दिलों में हमारे लिए जो भावनाएं हैं उसे देखते हुए हमें यहां आना ही था।

हमारा हिंदु अगर संपन्न होगा तो कमजोर हिंदुत्व के लिए कन्वर्जन का कारण नहीं होगा। हिन्दुओं के कनवर्ट होने का कारण रोजगार की कमी और बिजनेस है। हिंदु-हिंदु से व्यापार-व्यवसाय करना प्रारंभ करें और नया इतिहास रचे यहीं हमारी भावना है। उक्त विचार लालबाग पैलेस में आयोजित नारी शक्ति को समर्पित सेवा मेले के तृतीय दिवस पर बागेश्वरधाम पीठाधिश्वर प.पूज्य पंडि़त धीरेंद्र कृष्ण शास्त्र ने हिन्दू युवा सम्मेलन में रग-रग हिन्दू मेरा परिचय विषय पर धर्मसभा को संबोधित करते हुए व्यक्त किए।

उन्होंने आगे कहा कि हिंदु हमारा घर हैं, यहां के लोग हमारा परिवार हैं,  इसलिए कह रहे हैं कि एकता में बहुत ताकत है। हम इसलिए सडक़ों पर उतरें हैं कल के दिन जब हमारी नई पीढ़ी हमारे सामने खड़ी होगी और हमसे पूछेगी कि देश जब बर्बाद हो रहा था तब तुम कहां थे, जब हिंदु बर्बाद हो रहा था तुम कहां थे तो क्या जवाब दे पाओगे।

इसलिए हिंदुओं जागो जात-पात की बातों से ऊपर उठो कोई छोटा-बड़ा नहीं होता। तुम कहते हो कि यह नाली साफ करता हैं, यह निचली जाति का है। इससे ऊपर उठो। तुम्हारी मां ने भी बचपन में तुम्हारे लिए यही काम किए हैं तो क्या तुम मां से भी छुआछूत करते हो। हम तो अपने प्राणों की बाजी लगाकर तुम्हारे लिए जी रहे हैं। तुमसे तुम्हारा परमात्मा पूछेगा कि तुम जीए की नहीं। देश के लिए अब जागने की बारी है।

जात-पात की करो विदाई, हम सब हिन्दू भाई-भाई : हिंदूओं को जगाने के लिए नया नारा - रग-रग हिन्दू मेरा परिचय विषय पर हिन्दू युवा सम्मेलन के दौरान श्री धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने नया नारा देते हुए कहा कि जात-पात की करो विदाई, हम सब हिन्दू भाई-भाई। 11 महिलाओं ने धीरेंद्र शास्त्री महाराज की आरती वंदना कर स्वागत किया। उन्होंने हिंदुत्व के जयघोष के साथ कहा कि इन्दौर एक आध्यात्मिक नगरी के साथ औद्योगिक नगरी भी हैं और आज का कार्यक्रम भी अनूठा है। रग-रग में हिन्दू में यहां के हिन्दू वर्गों के लोग, समाज के लोग और औद्योगिक क्षेत्र के लोगों को व्यापारिक और आर्थिक रूप से मजबूत बनाने के लिए योगदान व सहयोग करने का आव्हान करता हूं।

मैं अन्य धर्मों के खिलाफ नहीं हिंदुत्व का पक्षधर हूं : श्री धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने सम्मेलन में कहा कि हम इस धरा के बिदुं हैं हम हिंदूं हैं हम हिंदू हैं हम राम-कृष्ण के बिंदू हैं पर हम हिंदू है। उन्होंने कहा कि हिंदू का मतलब कोई मजहब नहीं, केवल धर्म नहीं। हिंदू का मतलब पूरी दुनिया के जितने लोग हैं उनको एक जीवन शैली सिखाने का नाम है। हिंद महासागर के पास रहने वाले जितने लोग हैं वह सब हिंदु हैं। हम भारत में रहते हैं यहां रहने वाला हर धर्म का अनुयायिय हिंदू हैं। उन्होंने पड़ोसी देश बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार के लिए सभी हिंदूओं को एकजुट होकर वहां के हिंदूओं के बचाव में सहयोग करने का आग्रह किया।

मातृशक्तियां रील वाली दुनिया से बाहर आएं : मातृशक्तियां रील वाली दुनिया से बाहर आएं और रीयल वाली दुनिया में अपने बच्चों को आध्यात्म का पाठ पढ़ाएं- हिन्दू युवा सम्मेलन के दौरान नारी शक्ति को समर्पित सेवा मेले में नारी शक्तियों से कहां मातृशक्तियां रील वाली दुनिया से बाहर आएं और रीयल वाली दुनिया में अपने बच्चों को संस्कार, संस्कृति व सभ्यता का पाठ पढ़ाएं और इसके लिए अपने घर में ही एक घंटे की आध्यात्म की क्लास लगाएं। उन्होंने युवाओं से आव्हान करते हुए कहा कि रील और मोबाइल की लाईफ से बाहार निकलो। एक घंटा तुम्हारा हिंदुत्व बचाने के लिए होगा तो हिंदुस्तान हमारा होगा।

हिंदुओं जागो और एकजुट हो जाओ : पं. धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने भारत की बेटियों की चिंता करते हुए कहा कि मुझे चिंता किसी देश, पार्टी या लोगों की नहीं है। मुझे चिंता भारत की बेटियों, समाज, जमीन और हिंदुत्व की हैं। आज बांग्लादेश में कोहराम मचा हैं वह उठकर हिंदुस्तान आ सकते हैं। लेकिन हिंदुओं के पास कोई राष्ट्र नहीं वे कहां जाएंगे। इसलिए हिंदुओं जागो और एकजुट हो जाओ।

देवी अहिल्या की धरा पर निकलेगी पदयात्रा : पं. धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने अपने उद्बोधन के पश्चात इन्दौरियों के प्रेम को पागलपन बताते हुए कहा कि आप सभी का स्नेह मुझे यहां खींच लाया। शारीरिक परेशानी व बीमार होने के बावजूद भी मैं आज यहां सिर्फ आप लोगों के लिए आया हूं। मैं आप सभी इन्दौरवासियों से वादा करता हूं कि जल्द ही देवी अहिल्या की धरा पर विशाल पदयात्रा निकालूंगा। जो सिर्फ पिछड़े और बिछड़े हुए लोगों को हिंदुत्व से जोडऩे के लिए निकलेगी। उन्होंने 26 फरवरी को बागेश्वरधाम में अनाथ बच्चियों के सामूहिक विवाह के आयोजन में भी इन्दौरियों को शामिल होने के लिए आमंत्रित किया।

40 कलाकारों ने ढ़ोल-नगाड़े की ताल पर अपनी विशेष प्रस्तुतियां  : हिन्दू आध्यात्मिक एवं सेवा संस्थान इन्दौर के चेयरमेन विनोद अग्रवाल, अध्यक्ष राधेश्याम शर्मा, सचिव विनोद बिड़ला एवं प्रचार प्रमुख जवाहर मंगवानी ने बताया कि हिन्दू युवा सम्मेलन का संयोजक सचिन बघेल को नियुक्त किया गया था। कार्यक्रम की शुरूआत जय-जय सियाराम के उद्घोष के साथ की गई। इसके पश्चात हिंदू आध्यात्मिक एवं सेवा संस्थान से जुड़ी महिलाओं ने आरती कर पं. धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की वंदना की। युवा सम्मेलन के दौरान हनुमंत ध्वज पथक इन्दौर के 40 कलाकारों ने ढ़ोल-नगाड़े की ताल पर अपनी विशेष प्रस्तुतियां दी और माहौल को जोश से भर कर दिया।

80 हजार से ज्यादा अनुयायियों ने पं. धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री को मग्न होकर सुना। 30 एलईडी स्क्रीन के माध्यम से कार्यक्रम का प्रसारण किया गया। कार्यक्रम की व्यवस्था के लिए 500 कार्यकर्ताओं के साथ ही 1000 स्वंय सेवकों ने अपनी सेवाऐं दी। लालबाग सेवा मेले में पांच घंटे लगातार भजन गायक पं. कपिल पुरोहित ने समा बांधे रखा। देश भक्ति के तरानों के साथ-साथ राम भक्ति व हनुमान भक्ति सहित कृष्णलीला और राधिका प्रसंगों से समा बांधे रखा।  लालबाग के मुख्य गेट से कार्यक्रम स्थल तक एलईडी स्क्रीन पर आध्यात्मक, संस्कृति, सभ्यता व संस्कार से सभी को रूबरू करवाया गया।

युवा सम्मेलन में वाघधीश महाराज, योगेशजी महाराज (बालिपुरा), महामंडलेश्वर पं. पवन शर्मा (हंसदास मठ), महामंडलेश्वर दादू महाराज, उत्तमस्वामी जी महाराज, अशोक भट्ट (खजराना गणेश मंदिर), गुणवंतसिंह कोठारी, सोमकान्त शर्मा, राकेश राठौर, चंद्रमोहन दुबे, विकास मिश्रा सहित हजारों की संख्या में भक्त मौजूद थे। कार्यक्रम का संचालन विकास दवे ने किया एवं आभार विनोद अग्रवाल ने माना।

रंगोली रही आकर्षण का केंद्र :  पं. धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के आगमन पर सेवा मेले परिसर में 16 बाय 16 की आकर्षक रंगोली बनाई गई थी। 12 घंटे तक लगातार मेहनत कर कलाकार प्राची शर्मा ने 50 किलो रंगोली की मदद से बागेश्वर धाम पीठाधिश्वर पं. धीरेंद्र शास्त्री का हुबहू चित्र रंगों से उकेर दिया। जिसे देख वह प्रसन्न हुए और कलाकार की सराहना भी की।

शिक्षाविदों का हुआ सम्मान, पारिवारिक व मानवीय मूल्य सिखाएं - हिन्दू आध्यात्मिक एवं सेवा संस्थान इन्दौर के चेयरमेन विनोद अग्रवाल, अध्यक्ष राधेश्याम शर्मा, सचिव विनोद बिड़ला एवं प्रचार प्रमुख जवाहर मंगवानी ने बताया कि सुबह के सत्र में शिक्षाविद  सम्मेलन का आयोजन किया इसमें शिक्षा के क्रियान्वयन के प्रचार के लिए विचार विमर्श किया गया।

इस अवसर पर इंदरसिंह परमार, अवनीश भटनागर, गुणवंतसिंह कोठारी, डेविश जैन, मंजूशा राजस जौहरी ने शिक्षा प्रणाली के विकास के लिए पारिवारिक मानवीय मूल्यों का संवर्धन,नारी शक्ति के मूल्यों में अभिवृद्धि के साथ देश भक्ति जागरण पर जोर दिया। इस अवसर पर मंत्री तुलसी सिलावट ने भी अपने विचार व्यक्त किए।

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