इंदौर. सड़कों पर अब लोगों की मनमानी पर थोड़ा ब्रेक लगेगा। एकीकृत यातायात प्रबंधन प्रणाली (आईटीएमएस) के तहत शहर में 50 चौराहे हाईटेक किए जाने हैं। इनमें से अब तक 13 चौराहों पर प्रोजेक्ट लाइव हो चुका है।
मतलब अब इन 13 चौराहों पर यातायात का उल्लघंन करने पर ऑनलाइन चालान हो जाएगा। पिछले साल नवंबर में एलआईजी, स्कीम नं 78 और रसोमा चौराहे पर ऑनलाइन चालान शुरू किए गए थे। यातायात को सुगम और चालानी कार्रवाई को आसान बनाने के लिए साल 2022 में 21 करोड़ रुपये का आईटीएमएस प्रोजेक्ट लांच किया गया था।
इसके तहत दो चरणों में 50 चौराहों पर हाईटेक कैमरे लगाए जाने थे। इसमें शहर के रेड लाइट जंप, स्पीड वायलेशन डिटेक्शन सिस्टम, वन वे, रांग साइड, बिना हेलमेट और सीट बेल्ट, बाइक पर तीन सवारी समेत कई उल्लंघन करने पर चालानी व्यवस्था शामिल है।
पिछले साल नवंबर से बीआरटीएस के एलआईजी, स्कीम नं 78 और रसोमा पर चालानी कार्रवाई शुरू हुई थी। वहीं जून से 10 और चौराहों पर ऑनलाइन चालानी कार्रवाई शुरू हो चुकी है।
इसमें बंगाली चौराहा, बांबे हॉस्पिटल चौराहा, होम गार्ड, इंदिरा प्रतिमा, लक्ष्मीबाई, पल्हर नगर, पत्रकार चौराहा, पिपल्याहाना चौराहा, रामचंद्र नगर, टाटा स्टील चौराहा शामिल हैं।
आईटीएमएस प्रोजेक्ट के तहत कुछ चौराहों पर स्पीड वायलेशन डिटेक्शन सिस्टम भी लगाए जाएंगे। इसमें तय स्पीड से ऊपर वाहन चलाने से कैमरा फोटो कैप्चर करके कंट्रोल रूम भेज देगा।
इंदौरशहर ट्रैफिक व्यवस्था सुधारने के लिए 50 चौराहों पर इंटीग्रेटेड ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम (आईटीएमएस) लगाया जा रहा है। इसमें से अब तक 13 चौराहों से कंट्रोल रूम को लाइव वीडियो मिलने लगे हैं। इसके बाद ट्रैफिक नियम तोड़ने वालों के खिलाफ कार्रवाई भी शुरू हो चुकी है। सबसे ज्यादा 10,755 चालान एलआईजी चौराहे पर बने हैं।
13 चौराहों पर आईटीएमएस लाइव हो चुका है। वहीं 20 जंक्शनों पर काम पूरा हो चुका है। अगस्त के शुरुआत में यहां सुविधा शुरू हो जाएगी। इसके अलावा 10 चौराहों पर मेट्रो, फ्लाईओवर आदि निर्माण कार्य चल रहे हैं, जिसकी वजह से प्रक्रिया आगे नहीं बढ़ पा रही है। बाकी बचे चौराहों को रिलोकेट करेंगे। - दिव्यांक सिंह, सीईओ, स्मार्ट सिटी