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फेसबुक पर अनजान फ्रेंड रिक्वेस्ट स्वीकार न करें : प्रो. रावल

इंदौर Published by: Anil bagora, Sunil paliwal Updated Fri, 04 Mar 2022 12:47 AM
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इंदौर : केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (एएसजी) यूनिट एयरपोर्ट इंदौर द्वारा "साइबर हाइजीन के साथ सुरक्षित सर्फिंग" पर एक विशेष कार्यशाला का आयोजन किया गया था, सत्र को राष्ट्रीय स्तर के साइबर सुरक्षा विशेषज्ञ और ट्रेनर प्रो. गौरव रावल द्वारा संबोधित किया गया था। उन्होंने मौजूदा स्थिति में ऑनलाइन लेनदेन के साइबर परिदृश्य और स्मार्ट समाधानों से लोगों को अवगत कराया।

प्रो. रावल ने अपने व्याख्यान में सोशल मीडिया धोखाधड़ी के विभिन्न पहलुओं की जानकारी देते हुये ईमेल, फेसबुक आईडी, पासवर्ड, मोबाइल फोन, डेबिट कार्ड, क्रेडिट कार्ड, पैन कार्ड का उपयोग करके पहचान की चोरी के बारे मे विस्तार से बताया। उहोने बताया कि साइबर अपराध एक अलग प्रकार का अपराध है, जो सिर्फ एक साधारण मोबाइल फोन और इंटरनेट कनेक्शन उपयोग करके किया जा सकता है। उन्होंने यह भी बताया कि गूगल, व्हाट्सएप और फेसबुक आपके प्रत्येक टेक्स्ट को तब भी स्टोर करते हैं, जब आप इसे केवल सर्च बॉक्स में टाइप करते हैं। इसलिए हमें किसी भी सामग्री को लिखने या खोजने से पहले हमेशा विचारशील होना चाहिए और इस डिजिटल दुनिया में कुछ भी पोस्ट करने से पहले दो बार सोचना चाहिए, क्योंकि इंटरनेट खोज इतिहास को पूरी तरह से हटाया या नष्ट नहीं किया जा सकता है।

सोशल मीडिया सावधानियों पर उन्होंने याद दिलाया कि अपने व्यक्तिगत जानकारी को अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर अपडेट या पोस्ट करते समय जागरूक रहें । किसी भी प्रकार के सोशल प्लेट फॉर्म पर अपने व्यक्तिगत विवरण जैसे फ़ोन नंबर, स्थानीय पता, वर्तमान स्थान और वास्तविक जन्म तिथि न दें क्योंकि इन सभी व्यक्तिगत विवरणों के साथ साइबर अपराधी अपने स्वार्थ के लिए आपके व्यक्तिगत विवरणों का लाभ उठा सकते हैं 

प्रो. गौरव रावल ने कहा कि साइबरस्पेस में हमेशा सुरक्षा और निजता का ख्याल रखता चाहिए है। उन्होंने बताया कि संदिग्ध अटैचमेंट या फिशिंग लिंक वाले अज्ञात स्रोतों से खुले ईमेल से बचें और केवाईसी दस्तावेजों की प्रतियां जैसे फोटो, आधार कार्ड की प्रतियां अजनबियों के साथ साझा न करें। फिर उन्होंने ईमेल में पासवर्ड आदि सुरक्षित करने के लिए सुरक्षा उपायों का अनुरोध किया। इसके अलावा, अपने सभी लॉगिन पासवर्ड में अल्फ़ान्यूमेरिक, स्पेशल कैरक्टर, अपर लोअर केस और न्यूनतम 8 डिजिट का उपयोग करें और हर महीने पासवर्ड बदलें और साइबर हेल्पलाइन पोर्टल उन्होने बताया की किसी भी प्रकार की साइबर ठगी होने पर क्राइम ब्रांच और स्थानीय पुलिस स्टेशन पर जाकर सूचना दे साथ ही www.cybercrime.gov.in पोर्टल पर भी ऑनलाइन रिपोर्ट करें।

केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (एएसजी) हवाई अड्डे के कर्मचारियों ने इस कार्यशाला में सक्रिय रूप से भाग लिया और आज के युग में हो रहे साइबर अपराध के खिलाफ सूचना और अलर्ट प्राप्त किया और साइबर दुनिया के बारे में अपने प्रश्नों का समाधान किया।

सत्र की मेजबानी आरआई श्री संजय कुमार ने की। श्री आर.एस. श्रीमाली असिस्टेंट कमांडेंट सेंट्रल इंडस्ट्रियल सिक्योरिटी फोर्स (CISF), यूनिट, ASG, एयरपोर्ट इंदौर ने इस सूचनात्मक और सफल सत्र के लिए मुख्य वक्ता प्रो गौरव रावल को धन्यवाद दिया।

श्री संजय कुमार (आरआई)

सीआईएसएफ (एएसजी) यूनिट

हवाई अड्डा इंदौर - 452005

0731-2622616

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