इजराइल. इजराइल-हमास युद्ध का आज 24वां दिन है। इसी बीच गाजा सिटी में रह रहे लोगों को इजराइली सेना द्वारा फोन पर शहर खाली करने की चेतावनी दी जा रही है। एक स्थानीय पत्रकार ने बताया की - मेरे परिवार को इजराइली सेना की तरफ से एक फोन आया। इसमें कहा गया कि फौरन गाजा छोड़ दें।
इसके पहले सेना ने आसमान से पर्चे गिराए थे। इन पर लिखा था- हमास के हमलों की वजह से इजराइली सेना जवाब दे रही है। जिन इमारतों में हमास काम कर रहा है, उन्हें तबाह कर दिया जाएगा।
इधर, 7 अक्टूबर को हमास लड़ाके एक जर्मन-इजराइली लड़की को बंधक बनाकर गाजा ले गए थे। उसकी मौत हो गई है। इजराइली राष्ट्रपति इजाक हर्जोग ने इसकी जानकारी दी। शानी लोउक को म्यूजिक फेस्टिवल से बंधक बनाया गया था। मौत की वजह फिलहाल नहीं बताई गई है।
वहीं, लेबनान के इंटेलिजेंस चीफ ने बेरूत में हमास मेंबर्स से मुलाकात की है। इस दौरान जंग को लेकर चर्चा हुई। दरअसल, 8 अक्टूबर से लेबनान का आतंकी संगठन हिजबुल्लाह लगातार इजराइल पर हमला कर रहे है। ऐसे में इजराइल-लेबनान जंग का खतरा बढ़ रहा है।
टैंकों के साथ इजराइली सेना के गाजा शहर में घुसने की खबर थी। अल जजीरा के मुताबिक, गाजा शहर के बाहरी इलाकों में हमास लड़ाके सैनिकों से भिड़ गए, जिसके बाद इजराइली सेना अब यहां से वापस जा रही है। गाजा सिटी में नॉर्थ गाजा को साउथ गाजा से जोड़ने वाली मुख्य सड़क है। इसे बंद किए जाने की भी खबर है। लोगों को घरों में ही रहने की सलाह दी गई है। कम्युनिकेशन बंद हो गया है।
इधर, जंग में 9700 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। इजराइल के 1400 से ज्यादा नागरिक मारे गए हैं। वहीं, 8,306 फिलिस्तीनियों की भी मौत हुई है।
इजराइल डिफेंस फोर्सेस के सैनिकों ने रविवार को गाजा में घुसकर की गई रेड के बाद वहां अपना झंडा फहरा दिया। वहीं, गाजा में लोग टॉर्च लेकर मलबे में अपनों के शवों और लापता परिजनों को तलाश रहे हैं।
डॉक्टर्स भी अंधेरे में इलाज कर रहे हैं। दरअसल, जंग शुरू होने के बाद 10 अक्टूबर को इजराइल ने गाजा को होने वाली बिजली की सप्लाई रोक दी थी। तब से लोग अंधेरे में जीवन गुजार रहे हैं। अस्पतालों में भी बिजली नहीं है। इलाज करने में परेशानी हो रही है।
इस बीच अमेरिका की उप राष्ट्रपति कमला हैरिस ने कहा है कि हम जंग लड़ने के लिए अपने सैनिकों को इजराइल या गाजा नहीं भेज रहे हैं।
इजराइली सेना का कहना है कि हमास के मुख्य और अन्य बड़े ठिकाने अस्पतालों, स्कूलों, मस्जिदों के नीचे हैं। हमास सुरंगों से ऑपरेट करता है। इस संगठन को जड़ से खत्म करने के लिए गाजा का टनल नेटवर्क तबाह करना होगा। वहीं, हमास का कहना है कि उसने बंधकों को इन्हीं सुरंगों में रखा है।
टाइम्स ऑफ इजराइल के मुताबिक, इजराइल ने बंद की गई एक पाइपलाइन शुरू कर दी है। इनसे गाजा तक पानी पहुंचता है। जंग शुरू होने के बाद 10 अक्टूबर को इजराइल ने पानी सप्लाई रोक दी थी।
इसके शुरू होने के बाद अब गाजा में हर दिन 2 करोड़ 85 लाख लीटर पानी पहुंचेगा। हालांकि ये जंग के पहले दिए जाने वाली पानी की मात्रा का आधा है। पहले 4 करोड़ 90 लाख लीटर पानी दिया जाता था।
गाजा में रह रहे हजारों फिलिस्तीनी यूनाइटेड नेशन्स रिलीफ एंड वर्क एजेंसी के वेयरहाउस और डिस्ट्रीब्यूशन सेंटर में घुस गए। यहां राहत सामग्री रखी हुई थी। लोग यहां से रोजाना इस्तेमाल होने वाली चीजें जैसा आटा लेने जमा हुए थे। अंदर घुसने के बाद लोगों में सामान लेने की होड़ मच गई।
UN ने एक बयान में कहा- ये चिंता की बात है। गाजा में स्थानीय शासन फेल हो गया है। नागरिक व्यवस्था टूटने लगी है।
इजराइल के रक्षा मंत्री योव गैलेंट ने बंधक बनाए गए लोगों के परिजनों से कहा- हमने गाजा में जमीनी हमले तेज कर दिए हैं। इसके दो मकसद हैं- पहला बंधकों को वापस लाना और दूसरा- जंग जीतना। हमास की कैद में 200-250 बंधक हैं। इन्हें सुरंगों में रखा गया है। अब सिर्फ 4 बंधकों को आजाद किया गया है।