सर्दियों में मूंगफली का सेवन लोग खूब करते हैं. कभी धूप में छत पर बैठकर, तो कभी ऑफिस में ब्रेक टाइम पर लोग मूंगफली खाने का मजा लेते हैं. ऐसे ही बैठ-बैठे लोग ना जाने कितनी मूंगफली खा बैठते हैं. मूंगफली का सेवन काफी फायदेमंद है, लेकिन हद से ज्यादा इसका सेवन करना आपकी सेहत को गंभीर रूप से नुकसान भी पहुंचा सकता है. पीनट्स यानी मूंगफली में प्रोटीन के साथ ही कई अन्य न्यूट्रिएंट्स होते हैं, लेकिन इसे अधिक खाना सेहत पर निगेटिव असर करता है. इसके सेवन से हाई कैलोरी, फैट कंटेंट की मात्रा शरीर में जाती है, जिससे वजन बढ़ सकता है. आइए जानते हैं अधिक मूंगफली खाने के नुकसान.
लिवस्ट्रॉन्ग डॉट कॉमके अनुसार, यदि आप मूंगफली का सेवन बहुत अधिक करते हैं तो आपका वजन बढ़ सकता है. चूंकि, इसमें कैलोरी की मात्रा अधिक होती है, जो वजन कंट्रोल करने की बजाय बढ़ा सकती है. एक आउंस रोस्टेड मूंगफली (लगभग मुट्ठी भर मूंगफली) में 170 कैलोरी होती है. यदि आप लगातार अधिक मूंगफली खाते हैं तो वजन बढ़ सकता है.
मूंगफली खाने से आपको एलर्जी हो सकती है. शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली मूंगफली में मौजूद प्रोटीन को हानिकारक समझ लेता है, जिससे एलर्जी के लक्षण ट्रिगर हो जाते हैं. मूंगफली खाने के बाद जिन लोगों को एलर्जी होती है, उनमें नाक बहना, स्किन रिएक्शन जैसे खुजली, रेडनेस, सूजन, हाइव्स, पाचन संबंधित समस्या जैसे डायरिया, उल्टी, जी मिचलाना, गले में झुनझुनी जैसा महसूस होना, गले में समस्या, सांस लेने में तकलीफ या घरघराहट होना आदि देखे जा सकते हैं.
गंभीर रूप से एलर्जी होने पर आपको एनाफिलेक्सिस की समस्या हो सकती है. इसमें आपको तुरंत हॉस्पिटल जाने की भी जरूरत पड़ सकती है. एनाफिलेक्सिस के लक्षणों में ब्लड प्रेशर गंभीर रूप से कम होना, वायुमार्ग या गले का कसना, तेज नाड़ी, चक्कर आना, बेहोशी आदि शामिल हैं.
एक छोटी कटोरी से भी अधिक मूंगफली का सेवन आप हर दिन करते हैं तो शरीर में सोडियम की मात्रा बढ़ सकती है. चूंकि, मार्केट में मिलने वाले कई तरह के मूंगफली में नमक और फ्लेवर भी एड किए जाते हैं, जो ब्लड प्रेशर को प्रभावित कर सकते हैं. सॉल्टेड पीनट अधिक खाते हैं तो सोडियम लेवल हाई हो सकता है. यूएसडीए के अनुसार, प्रतिदिन 2300 मिलिग्राम (1 छोटा चम्मच) सोडियम इनटेक ही होना चाहिए. आप चाहें तो कच्ची मूंगफली का सेवन करें, क्योंकि इसमें सोडियम काफी कम होता है. बेहतर होगा कि आप फ्लेवर्ड मूंगफली खरीदते समय पैकेट पर दी गई जानकारी को पढ़ लें.
मूंगफली में फॉस्फोरस काफी अधिक होता है, जो फाइटिक एसिड या फाइटेट के रूप में स्टोर होता है. अत्यधिक मात्रा में जब आप फाइटेट लेते हैं तो अन्य मिनरल्स जैसे आयरन, जिंक, कैल्शियम और मैंगनीज के अवशोषण को बाधित कर सकता है. इससे शरीर में इन पोषक तत्वों की कमी हो सकती है, जिससे आपको कई अन्य सेहत संबंधित समस्याएं हो सकती हैं.
यदि आप बहुत ज्यादा मूंगफली खा लेते हैं तो आपको पेट संबंधित समस्याएं जैसे कब्ज, डायरिया, ब्लोटिंग आदि हो सकती है. ऐसे में यदि आपको पहले से ही ये समस्याएं हैं तो मूंगफली का सेवन सीमित मात्रा में ही करें. किसी भी पेट संबंधित डिसऑर्डर होने पर मूंगफली का सेवन ना करें तो ज्यादा बेहतर होगा.
मूंगफली में प्रोटीन, फैट, फाइबर, मिनरल्स जैसे मैग्नीशियम, फोलेट, कॉपर आदि होते हैं, इसलिए इसे आप रेगुलर डाइट में शामिल कर सकते हैं. हालांकि, मूंगफली का सेवन संभलकर और सीमित मात्रा में करना ही हेल्थ के लिए सही होता है. आजकल सर्दियों में रोस्टेड मूंगफली, गुड़, चीनी वाली चिक्की खा सकते हैं. पोहा, साबुदाना खिचड़ी आदि में भी इसे डाल सकते हैं. दिन भर में सिर्फ एक मुट्ठी मूंगफली का सेवन काफी है. यदि आप ब्रेड स्लाइस पर पीनट बटर लगाकर खाते हैं तो दिन भर में दो बड़े चम्मच से अधिक सेवन ना करें. मूंगफली आप दिन में या फिर शाम में स्नैक के रूप में खा सकते हैं.