मौसम में बदलाव और इम्यूनिटी कमजोर होने से हम सभी लोग बीमार होते हैं. ऐसे में सर्दी, खांसी, बुखार और जुकाम के हो जाने से हमारे अंदर वीकनेस आ जाती है.
- सुबह तथा रात्रि को सोते वक्त हल्दी-नमकवाले ताजे भुने हुए एक मुट्ठी चने खायें, किंतु खाने के बाद कोई भी पेय पदार्थ, यहाँ तक कि पानी न पियें। भोजन में घी, दूध, शक्कर, गुड़ एवं खटाई तथा फलों का सेवन बन्द कर दें। सर्दी-खाँसी वाले स्थायी मरीजों के लिए यह सस्ता प्रयोग है।
- शहद में एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-माइक्रोबियल गुण पाए जाते हैं. गले में होने वाली खराश में ये काफी फायदेमंद होता है. चाय में शहद और नींबू मिक्स करके पीने से आपको राहत मिलेगी.
- लहसुन में ऐलिसिन नामक पदार्थ पाया जाता है जिसमें एंटी-माइक्रोबियल गुण पाए जाते हैं. जुकाम में लहसुन का सेवन फायदेमंद है.
- प्रोबायोटिक का सेवन आपकी आंतों के लिए काफी अच्छा होता है. ये इम्यून सिस्टम के साथ आंतों में अच्छे बैक्टीरिया उत्पन्न करता है जो स्वास्थ्य के लिए काफी फायदेमंद होता है.
- भोजन के पश्चात हल्दी-नमकवाली भुनी हुई अजवायन को मुखवास के रुप में नित्य सेवन करने से सर्दी-खाँसी मिट जाती है।
- अजवाइन का धुआँ लेना चाहिए। अजवाइन की पोटली से छाती की सेंक करनी चाहिए। मिठाई, खटाई एवं चिकनाईयुक्त चीजों का सेवन नहीं करना चाहिए।
- सर्दी-जुकाम अधिक होने पर नाक बंद हो जाती है, सिर भी भारी हो जाता है और बहुत बेचैनी होती है। ऐसे समय में एक तपेली में पानी को खूब गरम करके उसमें थोड़ा दर्दशामक मलहम, नीलगिरि का तेल अथवा कपूर डालकर सिर व तपेली ढँक जाय ऐसा कोई मोटा कपड़ा या तौलिया ओढ़कर गरम पानी की भाप लें। ऐसा करने से कुछ ही मिनटों में लाभ होगा एवं सर्दी से भी आराम होगा l
इसके अलावा आप इंफेक्शन और एलर्जी को खत्म करने के लिए एक ग्लास पानी में नमक मिक्स करके भी पी सकते हैं. ये बंद नाक और गले में होने वाली खराश के लिए भी काफी अच्छा विकल्प है.
स्वयं भी उपयोग करें दूसरों को भी लाभ दें l
!! स्वस्थ रहें मस्त रहें व्यस्त रहें !!