हृदय रोगों (heart disease) के मामले पिछले कुछ वर्षों में काफी तेजी से बढ़े हैं, आश्चर्यजनक रूप कम उम्र के लोग (Young people) न सिर्फ इसके शिकार हो रहे हैं, साथ ही मौत का खतरा भी बढ़ता जा रहा है। कुछ शोध बताते हैं कि कोरोना महामारी (Corona epidemic) के बाद से हार्ट अटैक (heart attack) का जोखिम और भी बढ़ गया है, ये वायरस हृदय स्वास्थ्य को भी गंभीर तौर पर क्षति पहुंचाते हुए देखा गया है।
इसके अलावा लाइफस्टाइल और आहार में गड़बड़ी के कारण हृदय रोगों की समस्याओं का खतरा और भी अधिक बढ़ सकता है। ऐसे में जरूरी है कि सभी लोग हार्ट का ध्यान रखें और इसे स्वस्थ बनाए रखने के लिए उपाय करते रहें।
हृदय रोग विशेषज्ञों (Cardiologists.) का कहना है कि जीवनशैली को ठीक रखकर आप हृदय की गंभीर समस्याओं के जोखिम को कम कर सकते हैं। भले ही आप अभी स्वस्थ हैं पर सुरक्षात्मक उपाय करके भविष्य में होने वाली समस्याओं के खतरे से बचाव करते रहना जरूरी है। आइए जानते हैं कि किन उपायों की मदद से हार्ट अटैक से बचाव किया जा सकता है?
पुणे स्थित कार्डियोलॉजिस्ट डॉ एम.आर.खान कहते हैं, कई कारक हैं जो हृदय की सेहत को क्षति पहुंचा रहे हैं। बड़ी संख्या में युवाओं में ब्लड प्रेशर और कोलेस्ट्रॉल की दिक्कत भी देखी जा रही है जिससे हृदय को सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचता है। धूम्रपान और शराब के अधिक सेवन के कारण भी हार्ट अटैक का खतरा हो सकता है।
इस बड़े जोखिम से बचाव के लिए लाइफस्टाइल में कुछ बदलाव करना लाभकारी हो सकता है। कम उम्र से ही सभी लोगों को इन सावधानियों के बारे में ध्यान रखना चाहिए।
हृदय के साथ संपूर्ण स्वास्थ्य को ठीक रखने के लिए भी आहार का ध्यान रखना जरूरी है। पोषक तत्व धमनियों के साथ हृदय को स्वस्थ रखने में मददगार माने जाते हैं। फलों-सब्जियों से भरपूर आहार, साबुत अनाज, लीन प्रोटीन और स्वस्थ वसा से भरपूर आहार खाने से कोलेस्ट्रॉल कम करने और ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने में मदद मिल सकती है। ये हृदय की सेहत को भी ठीक बनाए रखने में सहायक है। इसके साथ प्रोसेस्ड आहार, नमक और चीनी वाली चीजों का सेवन कम करना भी जरूरी है।
नियमित व्यायाम और शारीरिक गतिविधि आपके संपूर्ण स्वास्थ्य को ठीक रखने में सहायक है। रक्तचाप, कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने और स्वस्थ वजन बनाए रखने में भी इससे मदद मिल सकती है। प्रत्येक सप्ताह कम से कम 150 मिनट तक व्यायाम का लक्ष्य रखें। तेज चलना, साइकिलिंग या तैराकी जैसे अभ्यास को भी दिनचर्या में शामिल करके हृदय स्वास्थ्य को ठीक रखने और क्रोनिक बीमारियों के खतरे को कम करने में लाभ मिल सकता है।
धूम्रपान और शराब, दो ऐसी आदतें हैं जिससे सेहत पर कई प्रकार से नकारात्मक असर हो सकता है। इससे न सिर्फ कैंसर जैसी बीमारियों का जोखिम रहता है साथ ही ये हृदय की समस्याओं का भी प्रमुख कारण हो सकती है। इन दोनों आदतों से दूरी बनाकर हृदय रोगों को खतरे को 40 फीसदी तक कम किया जा सकता है। धूम्रपान से सबसे ज्यादा नुकसान धमनियों को होता है जिससे रक्त का संचार प्रभावित हो सकता है।