केरल हमेशा से अपनी आयुर्वेदिक चिकित्सा और प्राकृतिक उपचार के लिए प्रसिद्ध रहा है। ऐसे में यहीं के एक आयुर्वेदिक पद्धति से तैयार तेल है नीली भृंगादि तेल (Neelibringadi oil)। ये जड़ी-बूटियों, फूलों और वनस्पति के सावधानीपूर्वक संतुलित मिश्रण से तैयार किया गया एक शक्तिशाली हेयर ऑयल है। यह तेल पारंपरिक रूप से केरल परिवारों की पीढ़ियों से चला आ रहा है। लेकिन हाल के वर्षों में, नीली भृंगादि तेल ने उन लोगों का ध्यान आकर्षित किया है जो झड़ते बालों से परेशान हैं। हालांकि, इस तेल के कई और फायदे हैं। पर उससे पहले जान लेते हैं एक्सपर्ट का क्या कहना है इस बारे में।
लेडी कर्जन और बॉरिंग हॉस्पिटल्स में सलाहकार त्वचा विशेषज्ञ कहते हैं नीली भृंगादि तेल (Neelibringadi oil)एक आयुर्वेदिक फॉर्मूलेशन है जो प्राकृतिक अवयवों के मिश्रण के लिए प्रसिद्ध है और जो बालों के विकास को बढ़ावा दे सकता है। इनमें जिन हर्ब्स इस्तेमाल हुए हैं उनमें शामिल हैं-
यह बेस ऑयल बालों में प्रोटीन की कमी को कम करने की क्षमता के लिए जाना जाता है, जो बालों के टूटने और रूखेपन को रोकने में मदद करता है, मजबूत और स्वस्थ बालों को बढ़ावा देता है।
अपने प्राकृतिक डाई गुणों के लिए जाना जाने वाला, इंडिगो बालों के विकास में भी सहायता करता है और कफ और वात दोषों को संतुलित करके बालों का गिरना कम करता है।
इस तेल में भृंगराज का भी व्यापक इस्तेमाल हुआ है। यह जड़ी बूटी बालों की मजबूती बढ़ाने, चमक बढ़ाने और तेजी से बालों के विकास को बढ़ावा देने के लिए जानी जाती है।
आंवला, विटामिन सी और एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर है। आंवला बालों की जड़ों को मजबूत करता है, समय से पहले सफेद होने से रोकता है और दोमुंहे बालों को कम करता है।
इस तेल को बनाने में बकरी, भैंस और गाय के दूध का इस्तेमाल हुआ है। ये दूध स्कैल्प और बालों को पोषण देते हैं, जिससे बालों की समग्र बनावट और स्वास्थ्य में सुधार होता है।
मुलेठी, स्कैल्प इंफेक्शन को रोकने में मददगार है। ये स्कैल्प को आराम देने में मदद करता है और झड़ते बालों की कई समस्याओं से बचाव में मददगार है।
नीली भृंगादि तेल बालों के विकास को प्रोत्साहित कर सकता है और बालों के झड़ने को कम कर सकता है।जैसे तेल नारियल का तेल बालों के नुकसान के खिलाफ अपने सुरक्षात्मक गुणों के लिए जाना जाता है। इतना ही नहीं ये बालों में ब्लड सर्कुलेशन तेज करता है, इन्हें जड़ों से पोषित करता है जिससे बालों का झड़ना कम हो जाता है। पर ध्यान रखें कि कुछ व्यक्तियों को तेल में मौजूद विशिष्ट तत्वों से एलर्जी हो सकती है, जैसे नारियल तेल या नील या मुलेठी जैसी जड़ी-बूटियां। इनसे स्कैल्प में जलन हो सकती है और कुछ लोगों को ऑयली स्कैल्प की समस्या हो सकती है। तो, इस्तेमाल से पहले पैच टेस्ट जरूर करें।