नई दिल्ली. भारतीय कुश्ती महासंघ के निवर्तमान अध्यक्ष व भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह पर से पाक्सो की धारा हट सकती है। दिल्ली पुलिस की जांच में खुलासा हुआ है कि, आरोप लगाने वाली महिला पहलवान बालिग थी। कनाट प्लेस थाने को दी शिकायत में महिला पहलवान ने कहा था कि जिस दौरान बृजभूषण ने उसके साथ यौन शोषण किया उस दौरान वह नाबालिग थी। उसकी शिकायत पर पुलिस ने यौन शोषण व पाक्सो की धाराओं में एक अलग मुकदमा दर्ज कर लिया था। बताया जा रहा है कि जांच में रोहतक के स्कूल से मिले जन्म प्रमाण पत्र से उसके बालिग होने की पुष्टि हुई। इस आधार पर अब पुलिस बृजभूषण शरण सिंह पर से पाक्सो की धारा हटा देगी। सिर्फ यौन शोषण मामले की जांच की जाएगी। एक माह से अधिक समय से जंतर-मंतर पर धरना देने वाले पहलवान पुलिस पर बृजभूषण शरण सिंह को गिरफ्तार करने का दबाव बना रहे हैं। पर अब बृजभूषण को गिरफ्तार करना थोड़ा मुश्किल होगा।
रोहतक में सोमवार शाम एक प्रेस वार्ता में कथित नाबालिग महिला पहलवान के चाचा ने आरोप लगाया कि उत्पीड़न का आरोप लगाकर दिल्ली में प्रदर्शन करने वाले कुछ खिलाड़ी दरअसल बड़ी साजिश कर रहे हैं। वे जातिवाद बढ़ाने के साथ भावुक होकर और आंसू दिखाकर खापों को गुमराह कर रहे हैं। महिलाओं के लिए कानून और पॉक्सो एक्ट का गलत प्रयोग कर रहे हैं।
नाबालिग पहलवान के चाचा का आरोप है कि उनके बड़े भाई को बरगलाने के साथ भतीजी को भी इसमें इस्तेमाल किया जा रहा है। पहलवान लड़की के चाचा ने कहा कि प्रदर्शनकारी सुन लें कि यह पॉक्सो का मामला इसलिए नहीं है क्योंकि उनकी भतीजी बालिग है। दूसरी बात, अगर हमारे घर की बेटी के साथ कुछ गलत हो जाता तो हमारा परिवार चुप बैठने या मामले को छिपाने के बजाय आर-पार की लड़ाई लड़ता।
केस में नया मोड़ आने से आंदोलन कर रहे पहलवानों को बड़ा झटका लग सकता है। दिल्ली पुलिस के अधिकारी अधिकारिक तौर पर कुछ बोलने से बच रहे हैं, पर सूत्रों ने इसकी पुष्टि हुई है। 23 अप्रैल को सात महिला पहलवानों ने कनाट प्लेस थाने में बृजभूषण के खिलाफ अलग-अलग सात शिकायतें दी थीं।
30 मई को पहलवान अपने मेडल गंगा में बहाने पहुंचे थे पर किसान नेता नरेश टिकैत के समझाने के बाद पहलवानों ने मेडल नरेश टिकैत को सौंप दिया। इस पर बृजभूषण शरण सिंह ने कहा, अगर खिलाड़ी अपने मेडल गंगा में बहाना चाहते हैं तो मैं क्या कर सकता हूं। एक टीवी चैनल के अनुसार, बृजभूषण शरण सिंह ने कहा, खिलाड़ी अपना मेडल गंगा जी में बहाने गए थे, लेकिन गंगा जी की जगह उन्होंने मेडल (नरेश) टिकैत को दे दिया. यह उनका स्टैंड है। मैं क्या कर सकता हूं?