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अमेरिका से भारतीय महिलाएं भी बेड़ियां डालकर लाई गईं : पुरुषों के गले में बंधी थी जंजीर

दिल्ली Published by: paliwalwani Updated Fri, 07 Feb 2025 01:57 AM
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नई दिल्ली. अमेरिका से डिपोर्ट किए गए भारतीयों को लेकर विमान सी-17 बुधवार को अमृतसर के श्री गुरु रामदास इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर लैंड हुआ। विमान ठीक 2 बजकर 15 मिनट पर अमृतसर एयरपोर्ट पर एविएशन क्लब की तरफ लैंड करवाया गया। इसमें 104 भारतीय सवार थे। सभी को हथकड़ी लगाकर अमेरिका सेना की देखरेख में भेजा गया है।

इस विमान ने मंगलवार को अमेरिका के टेक्सास के सैन एंटोनियो से उड़ान भरी थी, जोकि करीब 35 घंटे की उड़ान भरकर अमृतसर पहुंचा। वहीं, विमान पहुंचने से ठीक पहले भारत सरकार के विभिन्न विभागों के अधिकार भी एयरपोर्ट पर पहुंच गए। इनमें मिनिस्ट्री ऑफ होम अफेयर, गृह विभाग, भारतीय सेना सहित कई अन्य विभागों के अधिकारी शामिल हैं। 

हाथों में हथकड़ी और पैरों में बेड़ियां लगाकर लाए गए सभी भारतीय

अमेरिका से डिपोर्ट किए गए सभी भारतीयों के हाथों में हथकड़ी और पैरों में बेड़ियां डालकर एयरक्राफ्ट में लाया गया। हालांकि अमेरिका सरकार की ओर से इस तरह क्यों किया गया, यह बड़ा सवाल है। भारत सरकार की ओर से भी अभी तक इस पर कोई भी प्रतिक्रिया नहीं दी गई है।

भारतीय अमेरिका में 11 दिनों से कैद थे, मारपीट के साथ भद्दी गालियां दी 

US आर्मी के प्लेन से अमृतसर लाए गए भारतीय अमेरिका में 11 दिनों से कैद थे। अलग-अलग कैंप में रखे गए इन लोगों को टॉर्चर किया गया। मारपीट के साथ भद्दी गालियां तक दी गईं। एयरबेस पर हाथ-पैर और गले में बेड़ियां डाली गईं। काले कपड़े से चेहरा ढंक दिया गया।

प्लेन के अंदर बेड़ियों के साथ ही बैठाया गया। किसी को पेशाब करने के लिए भी जाना होता तो पहले हाथ ऊंचा करना पड़ता। इसके बाद सैनिक आते और वॉशरूम तक लेकर जाते। इन लोगों ने अमेरिका से डिपोर्ट होकर भारत पहुंचने तक की मुश्किलें भास्कर से शेयर कीं।

आकाश ने बीते 4 दिन में जो जिंदगी जी है उसकी कभी कल्पना नहीं की थी। महज 4 दिन पहले दोपहर को मेरे साथ बहुत सारे लोगों को दो बसों में ठूंस दिया गया। सोचा शायद वेलकम ऑफिस ले जाकर रिलीज कर देंगे, लेकिन हमें अमेरिकन एयरबेस पर ले जाया गया।

वहां अमेरिकी सेना का बहुत बड़ा हवाई जहाज खड़ा था। हमें बस से उतारकर लाइन में खड़ा किया गया। पूरा चेहरा मास्क से ढंक दिया। इसके बाद हाथ-पैर और गले में बेड़ियां डाल दी गईं। हमें ऐसे ट्रीट किया जा रहा था जैसे हम बहुत बड़े क्रिमिनल हों।

एक अमेरिकी अफसर ने जोर से कहा कि हमें इंडिया भेजा जा रहा है। फिर हमें हवाई जहाज में चढ़ने के लिए कहा गया। जब हम जहाज में चढ़ रहे थे, तब वहां बहुत सारे कैमरे लगे थे। अमेरिकी मीडिया जमा था।

प्लेन के अंदर बेड़ियों के साथ ही बैठाया गया। किसी को पेशाब करने के लिए भी जाना होता तो पहले हाथ ऊंचा करना पड़ता। इसके बाद सैनिक आते और वॉशरूम तक लेकर जाते।

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