नई दिल्ली. केंद्र सरकार ने बच्चों को नशीले पदार्थों के सेवन से बचाने के लिए एक पोर्टल शुरू किया है, जो स्कूलों के आसपास प्रतिबंधित पदार्थों की बिक्री को रोकने और छात्रों-टीचरों के बीच जागरूकता बढ़ाने के लिए एक मजबूत निगरानी प्रणाली की सुविधा प्रदान करेगा।
केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने युवाओं को नशीले पदार्थों की समस्या से बचाने और स्कूलों के आसपास ऐसे पदार्थों की बिक्री पर रोक के लिए निगरानी तंत्र विकसित करने के उद्देश्य से प्रहरी पोर्टल की शुरुआत की है।
राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (एनसीपीसीआर) और नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) ने इस संबंध में एक राष्ट्रीय समीक्षा और परामर्श बैठक का आयोजन किया था। इस बैठक में संयुक्त कार्य योजना के कामों पर चर्चा की गई जिसका उद्देश्य 'नशा मुक्त भारत' के दृष्टिकोण के तहत बच्चों में मादक पदार्थों का सेवन और उनकी अवैध तस्करी को रोकना है।
इस संयुक्त कार्य योजना का नाम नशे के खिलाफ एक युद्ध दिया गया, जिसका उद्देश्य बच्चों को मादक पदार्थों का सेवन करने से रोकना है। इस पूरी योजना में सभी हितधारकों, एजेंसियों, कर्तव्यधारकों, अधिकारियों, मीडिया और अभिभावकों को शामिल किया गया है, जिससे वे बच्चों को मादक पदार्थों का सेवन करने से बचाने में अपनी भूमिका निभा सकें।
नित्यानंद राय ने मादक पदार्थों की तस्करी में शामिल लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने के लिए सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ), सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) और असम राइफल्स को सशक्त बनाने तथा मादक पदार्थों के व्यापार को समाप्त करने के लिए उठाए जा रहे व्यापक उपायों के बारे में भी जानकारी दी। (इनपुट: भाषा)